राजधानी में नालों की उड़ाही पर खर्च होंगे 7.13 करोड़ रुपए

PATNA : बरसात शुरू होने के पूर्व नाला उड़ाही का काम नगर निगम के द्वारा शुरू किया जाता है। पिछले वर्ष निगम चुनाव पड़ जाने के कारण काउंसलर चुनावी तैयारियों में लग गए और ढंग से नाला उड़ाही की मॉनिटरिंग नहीं हो सकी थी। इस कारण अधिकांश वार्डो में जलजमाव की स्थिति बनी। इस बार समय से उड़ाही कार्य शुरू करने के लिए निगम ने चारों अंचल के लिए 7 करोड़ 24 ला 25,960 रुपए की मांग नगर विकास एवे आवास विभाग से की है।

मशीन से होगी उड़ाही

बैठक में चारों अंचल के लिए 7,13,06,362 रुपए की मांग नगर विकास विभाग से की गई। नाला की उड़ाही अंचलों माध्यम से कराने का निर्णय लिया गया है। यह काम भाड़ा और खुद के वाहनों से कराया जाएगा।

सीसीटीवी का प्रस्ताव भी टाला गया

राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद 12 फरवरी, 18 की मीटिंग में सिटी ट्रैफिक सर्विलांस एंड मॉनिटरिंग को स्वीकृति-अनुमोदन प्राप्त हुआ है। इसके तहत पटना के विािन्न 450 स्थानों पर इकाई अपने पूंजी निवेश से शहर के ट्रैफिक संबंधी विधि-व्यवस्था पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाएगी। यह प्रशासनिक सहयोगी एवं जनहित में लाभकारी होगी। शहरी विकास विाग के प्रधान सचिव भी एसआईबीपी के मेंबर हैं। इस पर एनओसी की मांग की गई। इस पर अपर नगर आयुक्त उदय कृष्ण ने कहा कि यह मामला संवेदनशील है। इस पर पहले डीएम और एसएसपी से सहमति लेने के बाद ही एनओसी प्रदान करने पर विचार किया जाए। इस कारण इसे अगली मीटिंग के लिए स्थगित कर दिया गया।

प्याऊ की अनुमति नहीं

एक एजेंसी ने पटना के 42 स्थानों पर 55 प्याऊ की स्थापना करने को इच्छुक है। इसे लेकर पथ निर्माण विाग के प्रधान सचिव और बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कं.लि के अध्यक्ष ने वैभवा काम्युनिकेशन एसेट्स कॉ.कं.लि। के द्वारा प्याऊ लगाने के प्रस्ताव को नगर निगम से एनओसी देने को काज भेजा था। इसे अनुमति देने की बात नगर अभियंता अशोक कुमार ने कुमार ने कही।

इस पर डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू ने कहा कि अनुमति दें, मगर वहां विज्ञापन नहीं लगेगा। मेयर ने कहा कि जब विज्ञापन नहीं लगेगा, तो कमाएगा क्या। कल्याण कार्य में बाधक नहीं बनना चाहिए। मगर विरोध होने पर इसे अनुमति नहीं दी गई।