-रैगिंग मामले में स्टूडेंट्स पर कार्रवाई के बाद संस्थान प्रशसन को थी विरोध की आशंका

- सुबह 7 बजे ही पुलिस ने डेरा डाला, स्टूडेंट्स की काउंसिलिंग के साथ सुरक्षा का भरोसा भी दिया

-रेस्टीकेट हुए स्टूडेंट्स की नोटिस कैंपस के हॉस्टल व ब्लाकों में चस्पा की गई

KANPUR: पॉलीटेक्निक में हिमांशु रैगिंग केस के साथ साथ उत्पीड़न के दो अन्य मामलों में जिन चार छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उनके रेस्टीकेशन की नोटिस गुरुवार को कैंपस में सभी हॉस्टल और ब्लाकों में लगा दी गई है। कार्रवाई के खिलाफ विरोध के स्वर न उठ पाएं, इस लिए कैंपस में गुरुवार की सुबह 7 बजे से ही पुलिस ने डेरा डाल दिया था। यही नहीं इंस्पेक्टर ने सभी क्लासेस में जाकर स्टूडेंट्स की काउंसिलिंग की और कहा कि जिस काम के लिए आएं हैं उसी पर फोकस करें। दबंगई करने वाले स्टूडेंट्स के बारे में जांच पड़ताल की जा रही है। अराजक स्टूडेंट्स पर कार्रवाई की जाएगी।

प्रॉब्लम हो तो प्रिंसिपल से बताएं

गुरुवार को पॉलीटेक्निक प्रशासन ने स्टूडेंट्स के विरोध को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के पूरे इंतजाम कर लिए थे। सुबह 7 बजे जैसे ही क्लासेस लगने का टाइम हुआ तो नवाबगंज पुलिस की एंट्री कैंपस में हो गई। पहले पुलिस ने कैंपस का जायजा लिया। इसके बाद इंस्पेक्टर ने क्लास रूम में जाकर स्टूडेंट्स की काउंसिलिंग करते हुए कहा कि अगर किसी को कोई प्रॉब्लम हो तो वह प्रिंसिपल या फिर मुझसे बता सकता है। लेकिन अगर कैंपस में कोई बवाल हुआ तो इसकी पूरी जिम्मेदारी स्टूडेंट्स की होगी।

रेस्टीकेशन की नोटिस लगी

हिमांशु विश्वकर्मा सुसाइड मामले मे प्रशांत चतुर्वेदी, सेकेंड इयर मैकेनिकल का विपिन कुमार के कैंपस से रेस्टीकेशन की नोटिस बोस, भटनागर, विश्वसरैया, कल्पना चावला हॉस्टल के साथ कैंपस के सभी ब्लाकों में चिपका दी गई है। इसके अलावा आकाश बाजपेई के मैटर में रंजीत कुमार और नीरज चौहान के प्रकरण में किरन सक्सेना को भी कैंपस से एक साल के लिए रेस्टीकेट कर दिया गया है। इनकी नोटिस कैंपस में चप्पे चप्पे पर लगा दी गई है।

दबंगों के लिए कैंपस में जगह नहीं

तत्कालीन प्रिंसिपल जीएस राय के समय कार्यशाला अधीक्षक के घर पर अराजक स्टूडेंट्स ने हमला बोला था। इसके अलावा एसपी चौधरी के कार्यकाल में भी स्टूडेंट्स ने इलेक्ट्रानिक्स डिपार्टमेंट में एग्जामनर और टीचर के सामने ही दबंग छात्रों ने विरोधी छात्र की जमकर पिटाई की थी। पॉलीटेक्निक प्रशासन ने कहा कि ऐसे स्टूडेंट्स के लिए अब कैंपस में कोई जगह नहीं है। कैंपस में करियर बनाने के लिए आएं हैं तो वहीं काम करें।

वर्जन

पुलिस ने कैंपस का जायजा लिया इसके अलावा स्टूडेंट्स को सुरक्षा का भरोसा दिया। लेकिन इतना साफ है कि अब कैंपस में कोई अराजक छात्र नहीं रह पाएगा। अगर कहीं कोई घटना हुई और छात्र का नाम आया फिर उसे कैंपस से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।

एफआर खान, प्रिंसिपल गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक