GORAKHPUR : मैं सिटी के लोगों के तन को ढकने का इंतजाम करने वाली क्लॉथ की सबसे बड़ी मार्केट हूं। सिर्फ लोकल ही नहीं बल्कि बिहार, नेपाल ही नहीं बल्कि पूर्वाचल के कई जिलों से लोग मेरे पास कपड़ों की खरीद के लिए आते हैं। मगर आज मैं खुद गंदगी में डूबी हुई हूं। लोगों को आने के बाद जहां तरह-तरह की चीजों से स्वागत किया जाता है, मेरे पास आने वालों का स्वागत घंटों तक लगने वाले जाम से होता है। थोड़ी सी दूरी तय करने में उन्हें न सिर्फ घंटों मशक्कत करनी पड़ती है, बल्कि ख्00 मीटर का सफर तय करने में आधे घंटे से भी ज्यादा का वक्त लग जाता है। यह नगर निगम की ही देन है कि जगह-जगह गंदगी के अंबार देखने को मिल जाएंगे। वहीं चोक नालियां हल्की सी बरसात में ही उफान मारने लगती हैं। एनक्रोचमेंट करने वालों का यहां से बरसों पुराना नाता है। जरा सा भी खाली सड़क दिखी तो वहीं चौकी डालकर बैठ गए, जरा सी जगह मिली वहीं ठेला लगा लिया। इसकी वजह से रास्ते सकरे होते जा रहे हैं, वहीं सड़क पर जाम की कंडीशन और भी भयानक होती जा रही है। वॉटर लॉगिंग भी यहां की बड़ी प्रॉब्लम्स में से है। गंदगी के अंबार नालियों में जाकर जम जाते हैं, जिसकी वजह से पानी निकासी नहीं हो पाती, नतीजा वॉटर लॉगिंग। इसके अलावा कुछ रास्ते भी ऐसे हैं जहां से गुजरना किसी बड़ी जंग लड़ने से कम नहीं है। दीवान दया राम और कुम्हार गली की कंडीशन इस कदर खराब है कि यहां जाने वालों को हिचकोले खाने पड़ते हैं।

फैक्ट फाइल -

नाम - क्लॉथ मार्केट (उर्दू बाजार, रेती रोड, घंटाघर)

मार्केट ऑफ - क्लाथ एंड हैंडलूम

रजिस्टर्ड शॉप की तादाद - 800 रिटेल एंड होलसेल

डेली बिजनेस - भ्-8 करोड़

टोटल टर्नअप पीपुल ऑफ सीजन - भ्000 हजार

टोटल टर्नअप पीपुल इन सीजन - ख्भ्000 पर डे

यहां से आते हैं लोग - बिहार, नेपाल, पूर्वाचल और आसपास

यहां से आते हैं कपड़े - जयपुर, कलकत्ता, सूरत, अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली, लुधियाना, बनारस

प्रॉब्लम्स -

- उर्दू बाजार, रेती रोड और गीता प्रेस तीनों ही मार्केट में पार्किंग के लिए कोई फैसिलिटी नहीं

- तीनों जगह पर पब्लिक टॉयलेट की व्यवस्था नहीं है।

- पीने के पानी की नहीं है कोई सुविधा नहीं है, वॉटर कूलर लगाकर शॉपकीपर्स पानी का यूज करते हैं।

- जाम इन सभी मार्केट के लिए किसी बड़े सिरदर्द से कम नहीं है।

- सिक्योरिटी की कोई फैसिलिटी नहीं, यहां पर कभी सिक्योरिटी के लिहाज से पुलिस भी गश्त नहीं करती।

- चौराहों पर चौकियां हैं, जहां पर कुछ हवलदार बैठे मिल जाएंगे।

- सड़क पर भारी एनक्रोचमेंट है, सड़क पर चलना दूभर।

- घंटा घर के पास जबदस्त एनक्रोचमेंट और अनइवेन पार्किंग की जाती है।

- सड़कों पर टहलने वाले आवारा जानवर भी मार्केट के सबसे बड़े सिरदर्द हैं।

- उर्दू बाजार में अक्सर सीवर जाम हो जाता है, जिससे वहां सड़कों पर पानी भर जाता है।

- स्ट्रीट लाइट्स भी नहीं जलती, जिससे कारोबारी जल्दी दुकान बंद करने को मजबूर हैं।

यहां पर सबसे बड़ी प्रॉब्लम पार्किंग की है। पिछले कई सालों से इसका कोई समाधान नहीं हो सका। गली तो पहले से सकरी थी, लेकिन वहां पर पार्किंग न होने से प्रॉब्लम बढ़ जाती है।

- सूरज अग्रवाल, भगवती

यहां पर सफाई की बेहद बुरी कंडीशन है। सफाई वाले महज कोरम पूरा करके चले जाते हैं। कई-कई दिनों तक कूड़ा पड़ा रहता है और कोई उठाने वाला नहीं है। कई बार कंप्लेन के बाद भी कोई एक्शन नहीं हो सका है।

- देव प्रयाग गोयल, शॉप ओनर

यहां पर भारी एनक्रोचमेंट है। पुलिस वाले सामने ही बैठते हैं लेकिन कोई एक्शन नहीं है। आधी सड़क तक एनक्रोचमेंट और बाकी जगह पर पार्किंग कर देने की वजह से जाम की कंडीशन पैदा हो जाती है।

- शिव कुमार लिलोरिया, प्रोपराइटर, हरिराम रामदेव

रेती रोड की सबसे बड़ी प्रॉब्लम वॉटर लॉगिंग की है। हल्की सी बरसात में यहां जबरदस्त पानी लग जाता है। जिसकी वजह से इधर से चलना दूभर हो जाता है, वहीं वॉटर लॉगिंग की वजह से नालियों का गंदा पानी भी कई दुकानों में घुस जाता है।

- तनवीर आलम, प्रोपराइटर, लाइफ स्टाइल

यहां पर पार्किंग की कोई फैसिलिटी नहीं है। जब भी कुछ परचेज करने के लिए आना होता है तो एक आदमी को साथ लाना पड़ता है, ताकि गाड़ी खड़ी करने की वजह से कहीं जाम न लग जाए।

- याकूब, कस्टमर

मार्केट से अगर एनक्रोचमेंट हटा दिया जाए, तो दो तिहाई प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी। वहीं उल्टी-सीधी गाड़ी खड़ी करने वालों पर भी एक्शन होना चाहिए। इससे जाम की बड़ी प्रॉब्लम से आसानी से छुटकारा मिल सकता है।

- हरीश मृगवानी, शॉप ओनर

यहां पर दूर-दूर तक कहीं पब्लिक टॉयलेट नहीं है और न ही पीने के लिए पानी की कोई व्यवस्था। दुकानों से खरीद के पानी पीना पड़ता है। इस प्रॉब्लम को दूर करने के लिए नगर निगम को कुछ करना चाहिए।

- संदीप सिंह, कस्टमर

सॉल्युशन -

- नगर निगम अगर एक पार्किंग की फैसिलिटी प्रोवाइड कर दे तो आधी से ज्यादा प्रॉब्लम दूर हो सकती है।

- वॉटर लॉगिंग से बचने के लिए यहां की रेग्युलर सफाई होनी चाहिए।

- सड़क पर एनक्रोचमेंट करने वालों को फौरन ही हटवाना चाहिए, जिससे जाम की प्रॉब्लम से छुटकारा पाया जा सकता है।

- टेम्प्रेरी तौर पर आस-पास के एरिया में बने कॉम्प्लेक्स की पार्किंग यूज की जा सकती है।