राशन वितरण में गड़बड़ी पर टेक्नोलॉजी का लगाया ब्रेक

- मुख्यमंत्री ने ई-पीओएस मशीनों को किया शुभारंभ

- मशहूर उद्योगपति रतन टाटा भी रहे मौजूद

- कार्यक्रम में चले सियासी तीर, भाजपा पर निशाना

LUCKNOW:

सार्वजनिक वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए राज्य सरकार ने तकनीक का सहारा लिया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को लोक भवन में इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सप्लाई (ई-पीओएस) का शुभारंभ किया। इस मशीन की मदद से अब गरीबों को पारदर्शिता व सही तौल से गल्ला मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान इशारों में केंद्र सरकार पर वार करते हुए कहा कि वह जनता को सपने दिखा रहे हैं जबकि हम विकास योजनाएं हकीकत में उतार रहे हैं। इस अवसर पर मशहूर उद्योगपति रतन टाटा भी मौजूद थे।

बुंदेलखंड में सबसे ज्यादा खामियां

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले 'गांव-गांव अखिलेश, गांव-गांव मुलायम' अभियान के जरिये ग्रामीण की आवश्यकता, उनकी समस्या जानने का प्रयास किया था। बुंदेलखंड में सर्वे में अधिकतर लोगों ने सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों से वितरित होने वाली सामग्री की व्यवस्था में खामियां होने और उसे दूर करने की बात कही थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पास ऐसे आंकड़े, आडियो-वीडियो भी मौजूद हैं जिसके बाद खाद्यान्न वितरण में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाने का दिशा में काम शुरू किया। बेहिचक बोले कि वह जानते हैं कि चुनाव हराने जिताने तक में कोटेदार की भूमिका होती है, वह प्रधान, बीडीसी के चुनाव में भी प्रभावी होते हैं। बावजूद इसके वह गरीब जनता को उसका अधिकार दिलाने के लिए खाद्यान्न वितरण में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाने जुटे हैं। इस व्यवस्था को जल्द पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। कहा कि हम जनहित व लाभ की योजनाओं में ज्यादा से ज्यादा तकनीक का इस्तेमाल कर बिचौलियों को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। दोबारा सरकार बनने पर स्मार्टफोन बांटेंगे तो जनता सरकार के और करीब होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि टाटा के साथ इस अनुबंध को लेकर विरोधी दल कुछ न कुछ बातें ढूंढ लाएंगे, जाने क्या कहेंगे। देश, प्रदेश के लोग हमको नहीं पहचानते होंगे, मगर टाटा को हर कोई जानता है। गांवों में भी टाटा की साख है। टाटा का यूपी से गहरा रिश्ता बन रहा है। टाटा का भरोसा देख और ज्यादा काम करने की प्रेरणा मिलती है।

अखिलेश ने जमकर तारीफ

उद्योगपति रतन टाटा प्रदेश सरकार के विकास कार्यो से अभिभूत हैं। वह कहते हैं कि अखिलेश सरकार ने असंभव से लगने वाले कार्य संभव कर दिये हैं। जब भी वह उत्तर प्रदेश आते हैं, विकास के क्षेत्र में कुछ नया होता उन्हें दिखता है। इसीलिए यूपी से करीबी रिश्ता होता जा रहा है। प्रदेश सरकार ने टाटा के साथ एक दीर्घकालिक अनुबंध किया है, जिसमें लोगों के बेहतर स्वास्थ्य, कुपोषण से लड़ाई का अभियान शामिल है। उनका समूह हमेशा समाज व विकास के प्रति कटिबद्ध रहा है। पीडीएस को पारदर्शी बनाने के लिए इस योजना में टाटा ट्रस्ट द्वारा हर प्रकार की तकनीकी सहायता दी जाएगी। अखिलेश प्रगतिशील सोच के हैं। यूपी से जुड़ना मेरे लिए सम्मान की बात है। अब तो अखिलेश मुझे करीबी दोस्त की तरह लगने लगे हैं। वहीं टाटा ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी आर। वेंकट रमनन ने योजना से लाभ का जिक्र किया। टाटा ट्रस्ट से साइरस मिस्त्री को हटाने के बाद ट्रस्ट की स्थितियों का जिक्र करते हुए कहा कि जल्द सब ठीक हो जाएगा। कार्यक्रम में खाद्य एवं रसद मंत्री कमाल अख्तर, सांसद डिंपल यादव, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार आलोक रंजन, पार्थ सारथी सेन शर्मा और खाद्य आयुक्त अजय चौहान भी मौजूद थे।

फैक्ट फाइल

- पहले चरण में टाटा की मदद से लखनऊ शहर की 675 राशन की दुकानों पर ईपीओएस मशीनें लगायी गई

- शहरी इलाकों, टाउन एरिया व ग्रामीण इलाकों की 1500 राशन की दुकानों में भी इनके माध्यम से राशन वितरण होगा

- दूसरे चरण में प्रदेश के शहरी इलाकों को शामिल किया जाएगा।