-समाज के लिए मानव व्यापार कलंक

-सामूहिक प्रयास से रोकेंगे ट्रैफिकिंग

ह्यूमन ट्रैफिकिंग, पलायन व बाल मजदूरी रोकने को लेकर रांची में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का समापन शनिवार को इस संकल्प के साथ हुआ कि सामूहिक प्रयास से इस समस्या का समाधान करेंगे। अमेरिका सहित अन्य देश भारत को इसमें काम मदद करेंगे। समापन सभा में पहुंचे सीएम रघुवर दास ने घोषणा की कि मानव तस्करी रोकने के लिए राज्य सरकार जल्द ही कड़े कानून बनाएगी। इस धंधे में लगे दलालों की पहचान कर सरकार उनकी संपत्ति व मकान जब्त करेगी। जब्त मकानों में ट्रेनिंग सेंटर खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि मानव व्यापार समाज के लिए कलंक है। अब यह बंद होना चाहिए। इस मामले में राज्य की बहुत बदनामी हो चुकी है।

सीएम ने कहा कि सिर्फ सरकार के भरोसे सारे काम नहीं हो सकते। सामाजिक दायिचव के तहत सबको अपनी जिचमेदारी निभानी होगी। एनजीओ के अच्छे कामों के साथ सरकार है। सीएम ने माना कि मानव तस्करी व पलायन को रोकने को लेकर अब तक हुए सरकारी व गैर सरकारी प्रयास पर्याप्त नहीं रहे। समस्या की जड़ में गरीबी व अशिक्षा है। दलाल गरीबों को धन का प्रलोभन देकर बच्चों को बाहर ले जाते हैं। 10-12 हजार महीने देने की बात कही जाती है, पर मिलता है दो-ढाई हजार। बाहर गए बचचों का मानसिक और शारीरिक शोषचा किया जाता है। खूंटी, सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा आदि जिलों में ट्रैफिकिंग की समस्या अधिक है। उचहोंने कहा कि राचय के संसाधनों का अब तक सही उपयोग नहीं हो सका, इसकी वजह से कई समस्याएं पैदा हुई हैं। संसाधनों का हमें सही उपयोग करना है। हम गुड गवर्नेस देना चाहते हैं। ग्रामीण क्षेचाों में रोजगार के लिए कृषि आधारित उद्योग लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि रोजगार के अवसर पैदा करने से पलायन पर खुद ब खुद रोक लग जाएगा।

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