आधे लाइसेंस तो क्रिमिनल्स के पास हैं

- सीएम ने सभी जिलों के डीएम, एसपी सहित कई अफसरों के साथ की मीटिंग

PATNA: बिहार के सीएम को नहीं मालूम कि ऊपर तक पैसा कहां जा रहा है? उन्हें नहीं मालूम कि जिले में एसपी से ज्यादा थाना प्रभारी की क्यों चलती है? नहीं मालूम कि आ‌र्म्स के आधे से ज्यादा लाइलेंस क्रिमिनल के पास क्यों हैं? सीएम जीतन राम मांझी ने संवाद कक्ष में आयोजित लॉ एंड ऑर्डर व डेवलपमेंट पर केन्द्रीत मैराथन मीटिंग में ऐसे कई सवाल मौजूद अफसरों से ही पूछा। मींिटंग में सभी जिलों के डीएम और एसपी भी मौजूद रहे। खैरियत कहें कि सीएम ने ये तो स्वीकार किया कि बिहार में ये सब हो रहा है। उन्होंने सूबे में कानून-व्यवस्था की गिरती स्थिति पर चिंता जाहिर की।

सीएम ने ऑफिसरों को दिए टास्क

सीएम जीतनराम मांझी के निर्देशों में ये साफ झलकता रहा कि सूबे में अफसरशाही हावी है और थानाराज ने कई गड़बडि़यां पैदा कर रखी हैं। उन्होंने मीटिंग में कहा कि एसपी पता लगाएं कि थाने मे कौन-कौन बैठ रहा है। आ‌र्म्स के आधे से ज्यादा लाइसेंस क्रिमिनल के पास है। कहा कि मैंने अपने भतीजे की पैरवी नहीं कि इसलिए उन्हें लाइसेंस नहीं मिला। उनके ये कहने से साफ था कि बिना पैरवी के आ‌र्म्स लाइलेंस नहीं मिलता सूबे में।

विधि व्यवस्था को ताकतवर बनाने पर जोर

सीएम ने मीटिंग में आपदा प्रबंधन डिपार्टमेंट, जल संसाधन डिपार्टमेंट, फूड सिक्योरिटी बिल एवं होम डिपार्टमेंट की गतिविधियों की गहराई से समीक्षा की। प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम, आमिर सुबहानी ने इस अवसर पर राज्य में विधि व्यवस्था को ताकतवर किए जाने के लिए की जा रही कार्रवाइयों पर एक पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया। सामान्य प्रशासन के प्रिंसिपल सेक्रेट्री धर्मेद्र सिंह गंगवार ने डिस्ट्रिक्ट और ब्लॉक लेवल के ऑफिसों में कार्य संस्कृति को विकसित करने के लिए की जा रही व्यवस्था पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।

वित्तीय कमी नहीं होने दी जाएगी

सीएम ने घोषणा की कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी तरह की वित्तीय कमी नहीं होने देंगे और किसी भी तरह की कमी को पूरा किया जाएगा। कहा कि जहां चाह होती है वहां राह होती है। भूमि समस्या विकराल है। गरीब तबके के लोग इससे ज्यादा प्रभावित होते हैं। जमीन विवाद को तत्परता से डीएम और एसपी निबटाएं। कहा कि डीएम और सीनियर एसपी को अपने अंडर में पड़ने वाले ऑफिसों का निरीक्षण नियमित रूप से करना चाहिए। ऑफिसों की कमियों को दूर करें।

आ‌र्म्स लाइलेंस सही लोगों को मिले

सीएम ने कहा कि आ‌र्म्स लाइसेंस जारी करने में शिथिलता बरते जाने की शिकायत मिलती है। सही लोगों को अनुज्ञप्ति नहीं मिल पाता है। निर्देश यिा कि समय सीमा के भीतर आ‌र्म्स का लाइलेंस जरूरतमंदों को जारी किया जाए। विशेषकर ऐसे मामले जिनके पिता की मौत हो चुकी है या उनके पिता अत्यधिक बूढ़े हो चुके हैं एवं उनका आ‌र्म्स थाने में या अन्यत्र जमा है उनके लाइसेंस को रद्द करते हुए नया लाइसेंस उनके किसी रिलेटिव को समय सीमा के अंदर दिए जाएं।

थाने में दो महिला अफसर जरूर हों

एससी-एसटी अत्याचर अधिनियम के अंतर्गत सामान्य थानों में कम से कम एक एससी या एसटी के एक अफसर की पोस्टिंग जरूर करें। सीएम ने कहा कि सूबे में 9ब्0 थाने हैं। हर बड़े थाने में महिला अफसर की पोस्टिंग की जाए। ये ध्यान रखा जाए कि एक थाने में दो महिला अफसर का पदस्थापन हो।

फोन कभी भी इग्नोर न करें

सीएम ने कहा कि अफसर जनप्रतिनिधियों से मिलें। उनकी शिकायतों को सुनें। उनके फोन को इग्नोर न करें। ऐसी शिकायतें नहीं आनी चाहिए कि कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है। निर्देश दिया कि सभी डीएम, एसपी दो महीने में कम से कम किसी एक गांव में रात्रि विश्राम करें। वहां के लोगों के प्रॉब्लम को सुने।

दलालों से दूर रखें कल्याण कारी योजनाओं को

कल्याणकारी योजनाओं को दलालों से दूर रखने की नसीहत सीएम ने अफसरों को दी। कहा कि बैंक इस व्यवस्था में सहयोग करें। अवैध खनन रोकने और ओवर लोडेड ट्रकों की एंट्री पर रोक लगाने का निर्देश भी उन्होंने दिया।