- राज्य सरकार की नई पहल, हर साल 35 पुलिसकर्मी होंगे पुरस्कृत

LUCKNOW:प्रदेश के जाबांज पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने के लिए राज्य सरकार ने नई पहल की है। अब बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान अदम्य साहस का परिचय देने वाले पुलिसकर्मियों को हर साल मुख्यमंत्री का वीरता पदक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। इसकी शुरुआत आगामी दस दिसंबर को पुलिस वीक के तहत लोक भवन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा बहादुर पुलिसकर्मियों को सम्मानित करके होगी। हर साल 35 पुलिसकर्मियों को इस सम्मान से नवाजा जाएगा। साहसिक कार्य करने वाले 25 पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र व एकमुश्त 25 हजार रुपये नगद तथा उच्च श्रेणी का साहसिक कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को वीरता पदक व एक हजार रुपये प्रतिमाह भत्ता देने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री अपने विवेक का इस्तेमाल कर पुलिसकर्मियों की संख्या और नकद पुरस्कार की राशि को बढ़ा सकेंगे। मालूम हो कि राज्य सरकार ने दो साल पहले पुलिस महकमे में आउट ऑफ टर्न की व्यवस्था को खत्म कर दिया था। इसके बाद से लगातार बहादुर पुलिसकर्मियों को उनकी सेवाओं के एवज में सम्मानित करने की मांग हो रही थी। इसे ध्यान में रखते हुए डीजीपी जावीद अहमद की संस्तुति पर 'मुख्यमंत्री का वीरता पदक' एवं 'मुख्यमंत्री का प्रशस्ति-पत्र' प्रदान किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।

इन्हें मिलेगा वीरता पदक

- दो शहीद पुलिसकर्मियों बुलंदशहर के आरक्षी नरेंद्र सिंह और मुरादाबाद के आरक्षी नवीन चौधरी के परिजनों को मुख्यमंत्री का वीरता पदक प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा बुलंदशहर के उधम सिंह, मलखान सिंह, गाजियाबाद के कुलदीप धामा, आगरा के एसआई अमित कुमार, लखनऊ के हेड कांस्टेबल राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी, लखनऊ की महिला आरक्षी सुनीता तिवारी।

इन्हें मिलेगा प्रशस्ति पत्र

- देवरिया के एसआई अनिल कुमार पांडेय, राधेश्याम राय, हेड कांस्टेबल घनश्याम सिंह, आरक्षी दिनेश राय, एसटीएफ के एसआई सचिन कुमार, हेड कांस्टेबल अवध नारायण चौधरी, राजेंद्र सिंह, एसआई श्याम सुंदर, हेड कांस्टेबल राकेश कुमार, मनीष कुमार उपाध्याय, कांस्टेबल राजवीर सिंह, आरक्षी चालक विनोद कुमार, मेरठ के इंस्पेक्टर गजेंद्र पाल सिंह, नोएडा के एसआई आलोक कुमार सिंह, आरक्षी पंकज कटारिया, गाजियाबाद के इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार यादव, राशिद अली, अरुण कुमार, श्रावस्ती के एसआई छोटक सिंह यादव, आरक्षी दिवाकर प्रसाद द्विवेदी, आरक्षी पतंजलि कुमार पांडेय, आरक्षी चालक हरेराम यादव।