- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रॉमा सेंटर जाकर मरीजों का पूछा हाल

- मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये आर्थिक सहायता देने का ऐलान

- घटना की मांगी रिपोर्ट, सरकारी भवनों की फायर सेफ्टी की समीक्षा को कहा

LUCKNOW :

केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में शनिवार को हुए अग्निकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज वहां जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने ट्रॉमा सेंटर में आग से प्रभावित तलों का मुआयना करने के साथ अन्य तलों पर भर्ती मरीजों से भी मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने आग के कारण ट्रॉमा सेंटर से शिफ्ट किए गए सभी मरीजों की सारी आवश्यक जांचें तथा इलाज मुफ्त कराए जाने के निर्देश दिए। साथ ही घटना के दौरान शिफ्टिंग अथवा उसके बाद सदमे से जान गंवाने वाले मरीजों के संबंध में रिपोर्ट तलब कर ली। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की घोषणा भी की। गौरतलब है कि इस घटना में आग की चपेट में आने से किसी की भी मृत्यु नहीं हुई है।

पैदल पहुंचे शताब्दी अस्पताल

सीएम ने ट्रॉमा सेंटर का निरीक्षण करने के बाद पैदल ही नजदीकी शताब्दी चिकित्सालय फेज-2 में शिफ्ट किए गए मरीजों से मिलकर उनका भी हालचाल लिया। उन्होंने केजीएमयू के कुलपति एमएलबी भट्ट तथा अन्य पदाधिकारियों को व्यवस्था बहाल करने के साथ-साथ भविष्य में ऐसी घटना की रोकथाम के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। आग लगने के संभावित कारणों की भी जानकारी लेने के साथ उन्होंने मरीजों को उचित इलाज तथा अन्य सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध कराने को कहा। इसके अलावा डीजी फायर सेफ्टी को सभी महत्वपूर्ण अस्पतालों, कार्यालयों, अन्य सरकारी भवनों तथा मल्टी स्टोरी भवनों की फायर सेफ्टी की स्थिति की समीक्षा करने के निर्देश दिए। मालूम हो कि मुख्यमंत्री ने कमिश्नर लखनऊ को घटना की जांच कर तीन दिन में आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। साथ ही घटना के लिए दोषी व्यक्तियों का उत्तरदायित्व निर्धारित करने तथा उनके विरुद्ध कार्रवाई करने को भी कहा है।

बहादुरों का होगा सम्मान

सीएम ने पुलिस, प्रशासन, फायर सर्विसेज के अधिकारियों एवं कर्मचारियों, वरिष्ठ चिकित्सकों, रेजीडेंट चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ द्वारा मरीजों की सहायता के लिए दिखायी गयी तत्परता के लिए उनकी प्रशंसा की और उन्हें सम्मानित करने की भी घोषणा की।