- सीएम ने 15 जून तक सड़कों को गढ्डा मुक्त करने के दिए निर्देश

- नगर निगम ने एक साल में खर्च

किए बीस करोड़ से अधिक रुपये

मेरठ। शहर की सड़कों को बुरा हाल है। इसकी बानगी शहर में आए दिन होने वाली दुर्घटना से लगाया जा सकता है। हर माह सड़कों पर विभिन्न सरकारी विभाग करोड़ रुपया खर्च करते हैं। बावजूद इसके सड़के कभी दुरूस्त नहीं होती हैं। उधर सीएम योगी आदित्यनाथ ने 15 जून तक प्रदेश की सभी सड़कों को गढ्डा मुक्त करने के निर्देश दिए हैं।

20 करोड़ से अधिक खर्च

अकेले नगर निगम की बात करें तो इस वित्तीय वर्ष में बीस करोड़ रुपये से अधिक सड़क बनाने में लगा दिए। लेकिन फिर भी सड़कों को हाल बुरा है। नगर निगम के सामने व उसके साथ वाली सड़क का और भी ज्यादा बुरा हाल है। कई बार सड़क निर्माण को लेकर लोगों ने प्रदर्शन भी कर लिया। लेकिन फिर भी नगर निगम के अफसरों की नींद नहीं टूट रही है।

वर्जन

शहर की सभी सड़कों का बुरा हाल है। कोई भी विभाग सड़कों की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। अच्छी खासी सड़कों के ऊपर तो सड़क बना देते हैं। लेकिन खराब सड़क को नहीं बनाते हैं।

विकास शर्मा

यदि भ्रष्टाचार खत्म हो जाए तो सड़कें अपने आप ठीक हो जाएंगी। सड़क निर्माण सबसे ज्यादा कमीशन का खेल चलता है। सही सड़क को कागजों में खराब दिखाकर उसी पर दोबारा से निर्माण करा दिया जाता है।

धीरज

सीएम ने सही फैसला लिया है। यदि ऐसा हो जाए तो बहुत ही अच्छा हो जाएगा। खराब सड़कों के बहुत नुकसान है। आए दिन खराब सड़कों के कारण दुर्घटनाएं होती है। यदि यह सही जाएंगी तो दुर्घटनाएं खत्म हो जाएंगी।

राहुल रस्तौगी

सड़कों का निर्माण मानक के अनुरूप ही किया जाता है। जहां पर सड़कें खराब है जल्द ही उनका निर्माण कार्य कराया जाएगा। आचार संहिता खत्म हो गई है। सड़कों का सर्वे करा दिया गया है।

कुलभूषण वाष्र्णेय चीफ इंजीनियर