पदयात्रा पर निकले हरीश रावत पर पथराव

-पदयात्रा के लिए कार से जीएमएस रोड पंहुचे थे रावत

- पथराव के बाद भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जमकर हाथापाई

देहरादून

प्रदेश के पूर्व सीएम हरीश रावत की कार पर शनिवार को कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। गनीमत रही कि पत्थर हरीश रावत की कार के शीशे पर न लगते हुए छत से सीधे बोनट पर जा गिरा। इस बीच कुछ लोगों ने हरीश रावत को काले झंडे भी दिखाए। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि हरीश रावत पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पथराव किया। इस घटना के बाद डीजीपी समेत पुलिस के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए और पूरे इलाके में भारी फोर्स तैनात कर दी गई। सरकार में मीडिया सलाहकार रहे जसवीर रावत ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता हरीश रावत को काले झंडे दिखाते हुए बल्लीवाला चौक के पास प्रदर्शन कर रहे थे। वहां कोई भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। अपनी पदयात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए हरीश रावत ने कहा कि जब मैंने कोई कसूर ही नहीं किया है तो फिर मेरी रक्षा कौन करेगा। रावत ने कहा कि जनता को ही मेरी रक्षा करनी पड़ेगी।

रावत के खिलाफ नारेबाजी

अपनी पदयात्रा के पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को शनिवार को कांवली रोड गांधीग्राम में नगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के लिए शाम करीब 4.30 बजे आना था। इस बीच शाम करीब 5 बजे हरीश रावत जैसे ही अपनी कार से बल्लीवाला चौक पर पंहुचे तो कुछ लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की और काले झंडे दिखाए। ये लोग रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे। इसी बीच हरीश रावत की गाड़ी पर पथराव किया गया। इसके बाद जीएमएस रोड पर जबरदस्त हंगामा शुरू हो गया।

भिड़े भाजपाई-कांग्रेसी

रावत की कार पर पथराव के बाद हुए हंगामे को देखते देखते सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता मौके पर पंहुच गए। जहां दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं के बीच हाथपाई हो गई। हरीश रावत के साथ कार में बैठे उनके पूर्व निजी सचिव कमल सिंह ने बताया कि मौके पर कोई भी पुलिस फोर्स मौजूद नहीं थी। बाद में जब डीजीपी को फोन पर सूचना दी गई तो डीजीपी बीएस सिद्धू, एसएसपी डा। सदानंद दाते, एसपी सिटी अजय सिंह समेत पांच थानों की फोर्स मौके पर पंहुची। बाद में हरीश रावत कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा करते हुए आगे बढ़ गए।