RANCHI : सोमवार को खेलगांव स्थित एथलेटिक्स स्टेडियम में झारखंड सरकार की तरफ से महिला सशक्तीकरण दिवस के मौके पर राज्यभर की महिलाओं का हाथ उठाकर स्वागत करते झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन। यह पहला मौका था, जब सीएम की वाइफ झारखंड सरकार की तरफ से आयोजित ऐसे किसी सार्वजनिक समारोह में शिकरत कर रही थीं। अभी तक कल्पना सोरेन सिर्फ ऐसे प्रोग्राम में ही सीएम के साथ नजर आती थीं जो प्रोगाम गैर राजनीतिक और गैर सरकारी थे। यह पहला मौका था, जब वह सरकार के तरफ से आयोजित किसी सार्वजनिक प्रोग्राम अपने हसबैंड के साथ न सिर्फ शामिल हुई बल्कि नेताओं वाले अंदाज में समरोह में शिरकत कर रहे लेागों का अभिवादन भी किया।

घर-परिवार से हैं खुश

ऐसे में इस बात की अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं कि क्या कल्पना सोरेन भी आने वाले दिनों में राजनीति में आएंगी। हालांकि कल्पना सोरेन अभी तक अपने हर इंटरव्यू में कहा था कि वह घर-परिवार की जिम्मेदारियों को निभाकर खुश हैं। अटकलें इस लिए भी लग रही हैं कि अभी हाल ही में महाराष्ट्र और हरियाणा में अपनी पार्टी की विधानसभा सीट पक्की करने के लिए वहां के बड़े राजनीतिक घरानों के नेताओं ने घर-परिवार संभालने वाली अपनी पत्‍‌नी को चुनाव मैदान में उतार और जीत भी दर्ज की। ऐसे में आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में कहीं कल्पना सोरेन भी चुनाव लड़ने तो नहीं जा रही हैं।

सोरेन परिवार से तीन लोग

इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। इसके पीछे की ठोस वजहें भी हैं। झारखंड की राजनीति में शिबू सोरेन और उनकी फैमिली का एक अलग स्थान है। सामाजिक सुधार आंदोलन से शुरुआत करके अलग झारखंड आंदोलन में शिबू सोरेन की बड़ी भूमिका रही है। सोरेन परिवार में तीन लोग अभी सक्रिय राजनीति में हैं। शिबू सोरेन जहां दुमका से सांसद हैं, वहीं उनके बीचवाले बेटे हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हैं, जबकि उनकी बड़ी बहू सीता सोरेन जामा से विधायक हैं। इससे पहले शिबू सोरेन के बड़े बेटे और अभी दिवंगत हो चुके दुर्गा सोरेन भी राजनीति में सक्रिय थे और शिबू सोरेन की पत्‍‌नी रूपी सोरेन भी सांसद रह चुकी हैं। हेमंत सोरेन के साथ कल्पना की शादी 7 फरवरी ख्00म् को हुई थी। इनके दो बच्चे हैं निखिल और अंश। हेमंत के छोटे भाई बसंत सोरेन अभी राजनीति में नहीं हैं, लेकिन उनके भी राजनीति में आने की अटकलें लगती रहती हैं।