-सीएम बोले, रामायण काल में नहीं थी दहेज प्रथा जैसी कुरीतियां

स्ढ्ढञ्जन्रून्ष्ठ॥ढ्ढ/क्कन्ञ्जहृन्: अब अवकाश की लिस्ट में सीता नवमी भी जुड़ गई है। मंगलवार को इसकी घोषणा सीएम नीतीश कुमार ने की है। सीतामढ़ी के पुनौरा धाम परिसर में आयोजित सीतामढ़ी महोत्सव का शुभारंभ करते हुए सीएम अवकाश के साथ सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संकल्प लेकर काम करने का आह्वाहन किया है। विकास का दावा करते हुए कहा कि बालिका उत्थान योजना इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

कुरीतियों पर अटैक

सीएम नीतीश कुमार ने मां जानकी की धरती से कुरीतियों पर प्रहार के लिए संकल्प लेकर काम करने को कहा। उन्होंने लोगों से कहा कि इसके लिए संकल्प लेकर काम करें। जब तक हर कोई संकल्प नहीं लेगा तबतक सामाजिक कुरीतियों से हम पीछा नहीं छुड़ा सकते हैं। सीएम ने कहा कि शराबबंदी से प्रदेश में सुख-शांति आई है। बाल विवाह और दहेज उन्मूलन का अभियान चल रहा है। यह तभी सफल होगा, जब समाज में जागृति आएगी। इसके लिए हर व्यक्ति एक-दूसरे को जागरूक करे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आगे आना होगा।

सीतामढ़ी बनेगा पर्यटन हब

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई अहम काम किए जाने का प्लान है। पुनौराधाम का विकास शुरू कर दिया गया है। हर क्षेत्र में विकास कार्य कराए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सेवा सुदृढ़ हुई है। स्वास्थ्य केंद्रों पर आम जनता का भरोसा बढ़ा है। हाल ही में हुए सर्वे में यह बात सामने आई है कि अब प्रतिमाह 10 हजार लोग स्वास्थ्य केंद्रों की सेवा ले रहे हैं। उन्होने कहा कि जगतगुरु रामभद्राचार्य और सांसद प्रभात झा पटना में मुझसे मिले। इसके बाद उन्होने पुनौरा के विकास का निर्णय लिया गया। इसमें यहां बेहतर अस्पताल का निर्माण भी शामिल है। शिक्षा, समाज कल्याण और महिला सशक्तीकरण, हर क्षेत्र में काम हुआ है और हो रहा है।

बिहार ने बनाया रिकॉर्ड

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है, जहां पंचायत चुनाव में आधी आबादी के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया है। राज्य सरकार लड़कियों की शिक्षा के लिए कई योजनाएं चला रही है। इसका सकारात्मक परिणाम सामने आया है। बाल विवाह पर रोक के लिए कन्या उत्थान योजना शुरू की गई है। इस दौरान डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पुनौरा धाम के विकास के लिए धनराशि की कमी नहीं होगी। केंद्र और राज्य सरकार ने राशि आवंटित कर दी है। राज्य सरकार ने पुनौरा धाम में 12 विकास योजनाओं के लिए 48.53 करोड़ दिए हैं। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जिस तरह वैदिक व रामायण काल में कहीं भी बाल विवाह, दहेज प्रथा, पर्दा प्रथा जैसी कुरीतियां नहीं थी बल्कि समाज में नारियों का सम्मान था उसे आज के दौर में भी चरितार्थ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पुनौराधाम में पर्यटकीय सुविधाओं के विकास के लिए कुल 48.53 करोड़ की योजनाओं में 37.85 करोड़ केन्द्र सरकार तथा 10 करोड़ की स्वीकृति राज्य सरकार ने दी है। इसके अतिरिक्त भारत सरकार ने बिहार के छह धार्मिक व पर्यटकीय सर्किट के विकास के लिए कुल 297.75 करोड़ की अन्य योजनाओं को भी मंजूरी दी है। कहा कि रामायण काल में कहीं भी बाल विवाह, दहेज प्रथा व पर्दा प्रथा जैसी कुरीतियां नहीं थीं। नारी सम्मान की बेहतर मिसाल सीता का स्वयंवर है जिसमें धनुष तोड़ने वाले राम को वह स्वयं वर चुनती है।

रामभद्राचार्य के प्रस्ताव पर जानकी नवमी की छुट्टी

सीएम ने कहा कि उनकी पिछली सरकार में सुनील कुमार पिंटू पर्यटन मंत्री थे तो उनके साथ पद्म विभूषण जगतगुरु रामभद्राचार्य उनसे मिलने पहुंचे थे। उन्होंने उनके सामने प्रस्ताव रखा कि जब देश में रामनवमी को छुट्टी रहती है तो राज्य में जानकी नवमी को अवकाश घोषित किया जाए। उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। बाद में उनकी कैबिनेट ने इस पर मुहर लगा दी। उसी समय पुनौरा के विकास का निर्णय लिया गया।