CHAIBASA: भारतीय जनता पार्टी के पंचायत स्तरीय प्रमंडल कार्यकर्ता सम्मेलन के बहाने मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर सीधे निशाना साधा। सिंहभूम स्पो‌र्ट्स एसोसिएशन मैदान में पंचायत प्रभारियों से सीधा संवाद करने के दौरान उन्होंने आदिवासियों के शोषण के लिए झारखंड के नामधारी नेताओं को ही दोषी ठहराया। मंच से विपक्षी दलों को चोर कहकर संबोधित किया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए सारे चोर और भ्रष्टाचारी एक हो गए हैं। मगर उनके मंसूबों को हम लोग पूरा नहीं होने देंगे। 2019 के चुनाव में 2014 से भी ज्यादा दमदार जीत दर्ज की जाएगी। सीएम ने झामुमो पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठ और फरेब की राजनीति न करे कोई, सरकार की ओर से यह उन्हें चेतावनी दी जा रही है। झामुमो मतपेटी और अर्थपेटी भरने का काम कर रही है। आदिवासियों का शोषण आदिवासी नेताओं ने ही किया है। झामुमो के नेताओं की दुमका, जमशेदपुर, रांची, चाईबासा समेत अन्य शहरों में इतना जमीन कहां से आई। सभी चोर पार्टी एक मत होकर फिर से झारखंड को लूटने का प्लान तैयार कर रही हैं। चोर पार्टी हम से आंख मिलाकर बात नहीं कर सकती हैं।

राज्य को अपमानित नहीं होने देंगे

चार साल में मेरा जमशेदपुर में सिर्फ एक मकान है। इसके अलावा मेरे पास कुछ नहीं है। कोई भी चोर नेता मुझसे आंख मिलाकर बोल नहीं सकता है। भाजपा के शासन काल में झारखंड को अपमानित नहीं होने दिया जाएगा। भ्रष्टाचारी नेता कांग्रेस, जेएमएम, जेवीएम व आरजेडी मोदी हटाओ अभियान चलाना चाह रही है, इसे कभी जनता सफल होने नहीं देगी। जेल में बंद चारा घोटाले के आरोपी लालू से मिलने हेमंत सोरेन गये थे, ताकि फिर एक बार राज्य को लूटने की तैयारी की जा सके। मुख्यमंत्री ने पश्चिम सिंहभूम के परिपेक्ष्य में कहा कि यह एक अमीर जिला है, लेकिन यहां के लोग गरीब और लाल पानी पीने को मजबूर हैं। यहां के गरीब आदिवासियों की इस समस्या को दूर किया जाएगा। डीएमएफटी फंड से 2022 तक हर घर को पानी देने का लक्ष्य सरकार ने रखा है।

राज्य-केंद्र की उपलब्धियां बताईं

उन्होंने कहा कि काम नहीं करने वाले कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को आउट कर दिया जायेगा। सरकारी पदाधिकारी में डीसी हो या एसपी काम नहीं करने वालों को पद पर नहीं रहने दिया जायेगा। उन्हें भी आउट कर दिया जायेगा। इससे पहले मुख्यमंत्री दोपहर 11.30 बजे हेलीकाप्टर से टाटा कॉलेज मैदान में बनाए गए हैलीपैड पर उतरे। वहां से सीधा परिसदन गए। कुछ देर आराम करने के बाद सम्मेलन में पहुंचकर करीब एक घंटा कार्यकर्ताओं को राज्य व केंद्र की उपलब्धियों के बारे में बताया और इन्हें जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।