दिल्ली न जाकर सीएम ने खोला मोर्चा, खेला दांव

-चुनावी तैयारियों को ब्रेक करने के पक्ष में नहीं दिखे सीएम

-कार्रवाई होने पर सियासी लाभ लेने की भी कर ली है तैयारी

DEHRADUN: सबकी निगाहें सीएम हरीश रावत के स्टैंड को जानने के लिए थी। सीबीआई का बुलावा है, हरीश रावत क्या करेंगे। सीएम ने दिल्ली जाने से किनारा कर लिया। साफ संदेश दे दिया। संदेश ये ही कि वह अपनी चुनावी तैयारियों में ब्रेक नहीं आने देंगे। स्पीड वही रखेंगे, जो है। सीबीआई यदि कार्रवाई करती है, तो फिर इसका भी सियासी लाभ उठा लिया जाएगा। इन स्थितियों के बीच, अब निगाह सीबीआई के ऊपर टिकी है। नाफरमानी पर सीबीआई का अगला कदम क्या होगा। क्या सीएम हरीश रावत का ये स्टैंड उन पर भारी पडे़गा या फिर ये ही सख्ती उन्हें इस भंवर से बचा ले जाएगी।

अपने करीबियों से करते रहे मशविरा

सीएम हरीश रावत ने सोमवार को काफी समय बीजापुर गेस्ट हाउस में अपने करीबियों के साथ बिताया। उनके साथ मशविरा किया। सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया। चमोली के दौरे पर भी गए, तो शाम होते-होते भारी भरकम योजनाओं का शिलान्यास करके ये संदेश देने की भी कोशिश की, कि उनका सिर्फ विकास से सरोकार है। विकास की ही वह चिंता करते हैं।

तैयारियों के बीच बीजेपी करती रही हमले

मोदी की महारैली की तैयारियों में बुरी तरह जुटी बीजेपी के नेताओं को जब भी मौका मिला, उन्होंने हरीश रावत पर व्यक्तिगत हमला करना नहीं छोड़ा। बीजेपी मुख्यालय पर अजय भट्ट मुखर हुए, तो एक होटल में बाकायदा पीसी करके पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक ने आरोपों की झड़ी लगाई।

-राज्य हित मेरी प्राथमिकता में है और मैं उसी हिसाब से काम कर रहा हूं। सीबीआई चाहे, तो उत्तराखंड आकर पूछताछ कर सकती है। ऐसा न होने पर भी जांच में सहयोग करूंगा। वैसे पीएम के दौरे के कारण दिल्ली जाना संभव नहीं था।

-हरीश रावत, मुख्यमंत्री।

-सीबीआई जांच के नाम पर सीएम हरीश रावत प्रपंच रच रहे हैं। हम फिर से कह रहे हैं कि बीजेपी या केंद्र सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है। हरीश रावत बीजेपी पर आरोप लगाकर राजनीतिक लाभ बटोरना चाहते हैं।

-अजय भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी।