- गोरखनाथ मंदिर में आयोजित गोष्ठी को में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ

- भारत की संस्कृति और एकता को बताया विश्व के लिए उदाहरण

GORAKHPUR: भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक एक ही संस्कृति है। कुछ लोग कहते हैं कि भारत 1947 में बना। यह बातें वही लोग कहते हैं, जिनके अंदर जानकारी का अभाव रहा है। रामायण-महाभारत काल से भारत रहा है। संतों ने भारत की अखंडता और एकता के लिए कार्य किया है। इसमें गोरक्षपीठ ने जो योगदान दिया उसे कोई भूल नहीं सकता है। यह बातें सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर स्थित दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में कहीं। वे ब्रम्हलीन महंत दिग्विजयनाथ की 48वीं और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।

'मजहब नहीं होता राष्ट्र निर्माण का आधार'

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी राष्ट्र का निर्माण मजहब के आधार पर नहीं होता है। उन्होंने कहा कि मजहब के आधार पर पाकिस्तान का निर्माण हुआ था जो वर्तमान में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। भारत का आधार संस्कृति है जो पूरे देश को एक सूत्र में बांधे हुए है। यही कारण है कि भारत की एकता हजारों साल से चली आ रही है। भगवान श्रीराम उत्तर के रहने वाले थे जिन्होंने दक्षिण को जोड़ने का कार्य किया। महाभारत में ऐसे बहुत सारे उदाहरण हैं जो देश की एकता के लिए उदाहरण पेश करते हैं। केरल से निकला एक संन्यासी पूरे देश में 12 ज्योतिर्लिगों और 51 शक्तिपीठों की स्थापना करता है। यह देश की एकता को जागृत करने का सबसे अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भारतीय एकता और अखंडता के खिलाफ कोई भी षड़यंत्र सफल नहीं होने दिया जाएगा।