- एलडीए के मॉडल पर एक्सप‌र्ट्स ने खडे़ किए सवाल

- सीएम ने सूडा के मकान की जमकर की तारीफ

LUCKNOW@inex.co.in

LUCKNOW :

पीएम शहरी आवास योजना के तहत सबको आवास दिए जाने की योजना के तहत इस साल प्रदेश में दो लाख मकानों का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए स्टेट अर्बन डेवलपमेंट एजेंसी सूडा की ओर से तैयार मॉडल को सीएम ने मंजूरी दे दी है। थर्सडे को सीएम योगी आदित्यनाथ जियामऊ स्थित निगम के शेल्टर होम पहुंचे। उनके साथ नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन भी मौजूद थे।

मौके पर दी मंजूरी

सीएम ने सूडा द्वारा ख्8.09 वर्गमीटर बिल्टअप एरिया पर बनाए गए गुलाबी मकान को पसंद किया और इसकी काफी तारीफ की। इस मकान में एक बेडरूम, किचन, टायलेट और एक कॉमन रूम है। किचन और कॉमन रूम में एक-एक खिड़की भी बनाई गई हैं। सीएम ने एलडीए और आवास एवं विकास परिषद को भी इसी नक्शे पर आधारित मकान बनाने के निर्देश दिए। मकान की लागत फ्.फ्ब् लाख आकी गई है।

दो कैटेगरी में बनेंगे मकान

कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि योजना के तहत दो कैटेगरी के मकान दिए जाएंगे। प्राधिकरण जमीन पर मकान बनाकर देगा, वहीं जिनके पास खुद की जमीन होगी उन्हें अनुदान के तौर पर मकान बनाने के लिए पैसा दिया जाएगा। सूडा के चीफ इंजीनियर कमलजीत सिंह ने बताया कि खुद की जमीन वालों को ढाई लाख रुपए दिए जाएंगे। पैसा तीन किश्तों में मिलेगा।

एलडीए का मॉडल रिजेक्ट

पीएम आवास योजना के लिए मकान का मॉडल तैयार करने की जिम्मेदारी एलडीए और सूडा को दी गई थी। सीएम ने इन दोनों मॉडलों को देखा लेकिन उन्हें सूडा का मॉडल पसंद आया और उन्होंने एलडीए के मॉडल को रिजेक्ट कर दिया। एलडीए के मॉडल पर सीएम के सामने ही टेक्निकल एक्सप‌र्ट्स ने सवाल खड़े कर दिए।

मिनिमम एरिया ख्क् वर्ग मीटर

स्टेट अर्बन डिवेलपमेंट एजेंसी के डायरेक्टर शैलेश कुमार ने बताया कि नेशनल बिल्डिंग कोड के तहत ऐसे मकानों के लिए न्यूनतम ख्क् से फ्0 वर्ग मीटर के कारपेट एरिया को ही अच्छा माना गया है। लेकिन एलडीए ने जो मॉडल दिया था, इसका कारपेट एरिया क्8 वर्गमीटर के करीब है। जबकि सूडा द्वारा बनाए गए प्रोटोटाइप का कारपेट एरिया ख्क्.ब्फ् वर्गमीटर का था। ऐसे में एलडीए के अफसरों की लापरवाही सीएम के सामने ही पकड़ी गई।