- प्लांट के भीतर चल रहा था निरीक्षण तो बाहर प्रदर्शन

- सीएम के आने से पहले अवैध दुकानें हुई ध्वस्त

LUCKNOW:

सपा सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट अमूल डेयरी प्लांट का निरीक्षण करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छाछ का स्वाद लिया और मुस्कुराते हुए वापस चले गये। सीएम के निरीक्षण के बाद बाहर प्रदर्शन शुरू हो गया। दरअसल मुख्यमंत्री के आगमन के मद्देनजर प्लांट के बाहर अवैध रूप से बनी करीब दो दर्जन दुकानों को प्रशासन द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। वहीं मीडिया की इंट्री प्लांट के भीतर नहीं थी लिहाजा मीडियाकर्मी सीएम के बाहर आने का इंतजार करते रहे। बाहर आने पर मुख्यमंत्री से जब निरीक्षण को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराकर कहा कि 'इन्हें भी छाछ पिलाओ'। इसके बाद उनका काफिला एनेक्सी की ओर रवाना हो गया।

बीस मिनट तक चला निरीक्षण

निरीक्षण के दौरान बनारस डेयरी के अध्यक्ष शंकर चौधरी ने बताया कि अमूल प्लांट में दो लाख लीटर दूध की सप्लाई रोजाना होती है, जिसे बढ़ाकर पांच लाख लीटर दूध सप्लाई करने का लक्ष्य अमूल की ओर से रखा गया है। इस लक्ष्य को एक साल में ही पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। यहां से लखनऊ, गोरखपुर, इलाहाबाद, सुल्तानपुर में सप्लाई कराई जाएगी। इस प्लांट को बनाने में 300 करोड़ की लागत आई है। इस वक्त 1500 गावों के किसानों से दूध खरीदा जा रहा है। आसपास के जिलों में यहां दूध की सप्लाई होती है। अमूल 60 हजार लीटर दूध किसानों से खरीद रहा है। अमूल अपनी समिति बनाकर सीधे किसानों से 38 रुपए लीटर का मूल्य देकर दूध ले रहा है। अब किसानों और अमूल के बीच डायरेक्ट सप्लाई बन गई है। इसके माध्यम से अब दूध के खेल में बिचौलिया राज खत्म हो गया है। अमूल के नये प्लांट का उद्घाटन होना अभी बाकी है।

दुकानें जलाने का आरोप

दरअसल चक गजरिया सिटी में अमूल प्लांट के इर्द-गिर्द करीब दो दर्जन अवैध दुकानें बनी थी। मुख्यमंत्री के आगमन से पहले इन्हें प्रशासन द्वारा ध्वस्त कर दिया गया तो वहां सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गया। दुकानदारों का आरोप है कि उन्हें बिना नोटिस दिए रात में जेसीबी से दुकानें गिरा दी गईं और कुछ दुकानों में पुलिस ने आग लगा दी। इससे नाराज दुकानदारों ने मुख्यमंत्री के निरीक्षण के बाद जमकर नारेबाजी की। इनमें से ज्यादातर दुकानें परचून, जूस, हेयर कटिंग सैलून, होटल आदि की थी।