RANCHI : धनबाद-एल्लेपी एक्सप्रेस ट्रेन की एसी बोगी में नवविवाहिता के साथ हुई छेड़खानी मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस की तहकीकात में यह बात सामने आई है कि छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार कोच अटेंडेंट इफ्तेखार अहमद ने बर्थ अलॉट करने के नाम पर उनसे पहले 15 हजार रुपए मांगे थे। तीन हजार रुपए पर बात बनी थी, लेकिन बाद में वह रुपए वापस करने से मुकर गया। इस वजह से पूरी रात इफ्तेखार और नवविवाहिता के परिजनों के बीच विवाद होता रहा। इस बीच नवविवाहिता ने अपने साथ छेड़खानी किए जाने की जानकारी आरपीएफ को दी, जिसके बाद कोच अटेंडेंट को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

नहीं थी एस्कॉर्ट टीम

छानबीन में यह बात भी सामने आई है कि मंगलवार को जब ट्रेन राउरकेला स्टेशन से खुली थी तो इसमें एस्कॉर्ट टीम मौजूद नहीं थी। बानो स्टेशन के पास रांची आरपीएफ की एस्कॉर्ट पार्टी ने एसी की वेटिंग टिकट लेकर यात्रा कर रहे पीडि़ता और उसके पति से जब पूछताछ की तो छेड़खानी के मामले का खुलासा हुआ। एस्कॉर्ट पार्टी ने तुरंत इसकी सूचना रांची आरपीएफ के कंपनी कमाडेंट के सोरेन के साथ रांची पोस्ट के आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार को दी। उन्होंने एस्कॉर्ट पार्टी को आरोपी अटेंडेंट को हिरासत में लेने को कहा।

रांची रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तारी

रांची रेलवे स्टेशन पर सुबह 10. 45 बजे ट्रेन पहुंची तो आरोपी अटेंडेंट इफ्तेखार अहमद को हिरासत में लेकर जीआरपी थाने के हवाले कर दिया। यहां नवविवाहिता ने छेड़खानी से संबंधित पूरे मामले की जानकारी दी। ,जीआरपी पुलिस केस रजिस्टर्ड करने से पहले इस मामले की जांच और कोच में उपस्थित यात्रियों से बयान लेने के बाद केस लेना चाहती थी। पर, आरपीएफ के दबाब पर आरोपी को जेल भेज दिया गया।

छह थे बोगी में, तीन फरार

बताया जाता है कि नवविवाहिता के साथ बोगी में पति समेत छह लोग शामिल थे। जब प्राथमिकी के बाद गवाह के हस्ताक्षर की बारी आई उनमें से तीन लोग फरार हो चुके थे। पुलिस उन तीनों की तलाश कर रही है। इधर, आरपीएफ की एस्कॉर्ट पार्टी के अशोक कुमार, बी महतो, आरएस यादव, धीरेंद्र कुमार, एमएस गढ़वाल, मनीष कुमार, दिलीप कुमार सैनी, अजय खत्री और सीआर बेरवा से रेलवे के बड़े पुलिस अधिकारी पूछताछ करने की तैयारी में हैं।