- बढ़ी ठंड से दिन भर ठिठुरते कुड़कुड़ाते रहे लोग, बादलों की ओट में रहे भगवान भास्कर

VARANASI

मौसम की चाल कुछ ऐसी रही कि सूरज पस्त हो गया। सुबह से ही सूरज पर बादलों का कड़ी चौकसी दिखी। नीचे वालों को सूर्य नारायण के निकलने का एहसास भर हुआ लेकिन लोग दिन भर उनके दर्शन का इंतजार करते ही रहे। नतीजा यह रहा कि हर कोई ठंड के मारे ठिठुरने कुड़कुड़ाने को मजबूर हुआ। जो लोग अभी तक बिना गर्म कपड़ों मौसम के आगे शेखी बघार रहे थे उनके शरीर पर स्वेटर और जैकेट का बोझा लदा दिखा। सिर्फ इतना ही नहीं मफलर और टोपी भी लोगों के कंधे और सिर पर चढ़ कर इतराती नजर आयी।

सन सन कर बही ठंडी हवा

सूरज नदारद रहे तो हवाओं का भी मन बढ़ गया। दिन भर सन सन कर बहती रहीं जिससे लोगों ने शीतलहर का एहसास किया। शाम चार बजे के बाद बादलों ने सूरज पर अपना शिकंजा इतना मजबूत कर लिया कि स्ट्रीट लाइट ऑन करनी पड़ी। पांच बजते बजते तक बादलों ने भगवान भास्कर को अपने पीछे पूरी तरह छिपा दिया। सूर्य भगवान बिना किसी प्रतिक्रिया के चुपचाप पश्चिम की ओर हो लिये। रात होते होते ठंडी हवाओं में और तेजी आयी और लोगों की हथेलियां मुट्ठियों की शक्ल में जेब में या फिर बाहों के बगल में ठंड से राहत की तलाश करती दिखीं। मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पाण्डेय का कहना है कि वेस्टर्न डिस्टर्बेस का कोल्ड फ्रंट सक्रिय है। जिसके चलते यह ठंड पड़ रही है। इसके और अधिक बढ़ने की संभावना है। हॉट फ्रंट आये तो पारा कुछ उपर चढ़े लेकिन उसके तुरंत बाद फिर से ठंडी अपने रौ में दिखायी देगी।

मैक्सिमम गिरा, मिनिमम चढ़ा

पिछले ख्ब् घंटे के टेंप्रेचर पर नजर डालें तो एक दिन पहले की तुलना में मैक्सिमम टेंप्रेचर एक डिग्री से अधिक की गिरावट दर्ज हुई। बाबतपुर स्थित मौसम विभाग ने बुधवार को मैक्सिमम टेंप्रेचर क्भ्.ब् डिग्री रिकॉर्ड किया। मिनिमम टेंप्रेचर क्फ्.ब् डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो एक दिन पहले की अपेक्षा तकरीबन दो डिग्री सेल्सियस अधिक था।