-दस साल से डेढ़ करोड़ रुपए दबाए बैठे हैं 50 ट्रांसपोर्टर

- कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट की नोटिस से मचा हड़कंप

BAREILLY:

उत्तराखंड से बालू, रेता लाने वाले ट्रांसपोर्टर्स जिन्होंने अटामांडा चेकपोस्ट पर दस साल पहले कॉमर्शियल टैक्स जमा नहीं किया था, अब उन्हें यह लापरवाही भारी पड़ रही है। कॉमर्शियल विभाग ने टैक्स डकार कर बैठे करीब 50 ट्रांसपोर्टर को नोटिस भेजा है, जिसके बाद ट्रांसपोर्टर्स में हड़कंप मच गया है। जल्द ही इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

दादागीरी में ट्रक किये थे पार

वाणिज्य कर अधिकारियों की मानें तो चेकपोस्ट पर कुछ ट्रांसपोर्टर्स दादागीरी करते दिखाते थे और टैक्स दिये बगैर जबरदस्ती ट्रक पार करा देते थे। हालांकि, ये वन विभाग में एंट्री के बाद शुल्क जमा करते थे। ट्रांसपोर्टर्स की दादागीरी के चलते विभाग को काफी नुकसान हुआ था। कुछ साल पहले मामला तूल पकड़ा तो वन विभाग की एंट्री के हिसाब 9640 ट्रकों से टैक्स न देने वाले ट्रांसपोर्टर्स से वसूली की नोटिस जारी की गई। मामले में आरसी भी जारी की गई थी, लेकिन अमीनों ने हाथ खड़े कर दिये।

चार अधिकारियों ने की जांच

करीब डेढ़ करोड़ रुपए टैक्स वसूलने में वाणिज्य कर अधिकारियों ने भी जमकर लापरवाही दिखाई। इस दौरान तीन एडशिनल कमिश्नर ग्रेड टू आये और चले गए, लेकिन किसी ने भी रुपए की वसूली के लिए कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठायी। नए एडिशनल कमिश्नर के संज्ञान में मामला आया तो चार अधिकारियों को जांच सौंपी तो एक-एक बकाएदार के नाम सर्च कर उन्हें नोटिस जारी की गई।

अटामांडा चेकपोस्ट पर ट्रकों की एंट्री बिना टैक्स जमा हुए ही हुई थी। मामले की जांच कर 50 ट्रांसपोर्टर्स को नोटिस जारी की गई है। इनसे करीब डेढ़ करोड़ रुपए टैक्स की वसूली की जाएगी।

एसपी सिंह, एडिशनल कमिश्नर, कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट