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JAMSHEDPUR: गैस एजेंसियों पर कंज्यूमर्स की कतारें लगी हैं, लोगों को समय पर गैस नहींमिल रहा है। आखिर कहां जा रही आपकी एलपीजी? एलपीजी नहीं मिलने की शिकायत के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने मंडे को जब पूरे मामले की पड़ताल की, तो हकीकत सामने आ गई। आपको जानकर हैरानी होगी कि आपकी एलपीजी का यूज लौहनगरी की सड़कों के किनारे सजे फास्ट फूड कॉर्नर, ढाबा, रेस्टोरेंट व ईडली-ढोसा आदि के ठेलों में धड़ल्ले से हो रहा है। इतना ही नहीं वेल्डिंग में भी घरेलू सिलिंडर का यूज हो रहा है।

धड़ल्ले से हो रहा है यूज

जमशेदपुर में कुल फ्8 एलपीजी एजेंसी हैं। इन एजेंसीज पर करीब भ् लाख से ज्यादा एलपीजी कंज्यूमर्स हैं, लेकिन इनमें से ख्0 हजार से ज्यादा कंज्यूमर्स ऐसे भी हैं, जिन्हें समय से सिलिंडर नहीं मिलने के चलते मायूसी हाथ लगती है। सिटी के डिफरेंट एरियाज में सैकड़ों फास्ट फूड स्टॉल पर नियम अनुसार कॉमर्शियल एलपीजी सिलिंडर का यूज करना है, लेकिन दुकानदार धड़ल्ले से डोमेस्टिक एलपीजी सिलिंडर का ही यूज कर रहे हैं।

इसलिए होता है घरेलू गैस का इस्तमाल

दुकानदारों और मैकेनिकों द्वारा घरेलू एलपीजी यूज करने की वजह है कमर्शियल एलपीजी सिलिंडर क ा मंहगा होना। क ॉमर्शियल एलपीजी का सिलिंडर क्9 किलो का होता है। इसका माकेर् ट रेट करीब ख्ख्00 रुपए है, वहीं घरेलू सिलिंडर जो कि क्ब् किलो का होता है, इन्हें आसानी से 700-900 रुपए में मिल जाता है। अपनी जेब पर दबाव कम करने के लिए वे हॉकरों से घरेलू एलपीजी ब्लैक में खरीद लेते हैं। ऐसा नहींहै कि इस बारे हॉकरों की कारगुजारियां गैस एजेंसीज के ओनर्स को पता नहीं है, लेकिन वे भी आंख मूंदे हुए हैं।

ख् हजार का बैकलॉग

सिटी की डिफरेंट गैस एजेंसी पर बैगलॉग की बात करें तो प्रत्येक एजेंसी पर करीब ख् हजार की बैकलॉग है। वहीं, एलपीजी कंज्यूमर्स गैस सिलिंडर के लिए गैस एजेंसी के चक्क र लगा-लगा कर थक चुके हैं। बर्मामाइंस स्थित गैस एजेंसी के एलपीजी कंज्यूमर प्रेम प्रकाश बताते हैं कि इतनी बार चक्कर लगा चुका हूं कि सैकड़ों रुपए के पेट्रोल जल गए हैं, लेकिन उसके बाद भी सिलिंडर नहीं मिला।

धड़ल्ले से हो रहा यूज

क्। साकची एरिया

साकची आम बगान स्थित बंगाल क्लब जैसे भीड़ भाड़ वाले एरिया में भी डोमेस्टिक सिलिंडर का यूज कई होटलों और ठेलों में किया जा रहा था। आम बगान एरिया की कई सड़कों में तो फायर बिग्रेड की गाडि़यों का घुसना और निकलना भी मुश्किल है। ऐसी जगहों पर धड़ल्ले से डोमेस्टिक सिलिंडर का इस्तेमाल होना खतरे से खाली नहीं है।

ख्। जुबिली पार्क गेट

साकची स्थित जुबली पार्क गेट के पास जिले के डीसी ऑफिस के साथ ही एसएसपी ऑफिस एवं फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट का ऑफिस भी है। लेकिन इसके बावजूद महज ख्0 मीटर की दूरी पर दर्जनों ठेलों पर फास्ट फूड और चाय नाश्ता की दुकानें सजती हैं। इन सभी ठेलों पर धड़ल्ले से डोमेस्टिक गैस सिलिंडर का खुलेआम यूज करके नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जबकि इस एरिया में ठेलों पर सजे डोमेस्टिक गैस सिलिंडर पर अक्सर अफसरों की भी नजर जाती है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर यहां कुछ भी नहीं होता।

फ्। बिष्टुपुर एरिया

वीमेंस कॉलेज और केएमपीएम कॉलेज के आसपास एक लाइन से करीब ख्0 से ख्भ् ठेलों पर खाने-पीने की दुकानें सजती है। सभी ठेलों पर दुकानदारों द्वारा डोमेस्टिक सिलिंडर यूज किया जा रहा है। यहां ठेले पर एक सिलिंडर का का यूज किया जा रहा है। साथ ही एक सिलिंडर एडवांस में भी रखा हुआ था

ब्। मानगो-डिमना रोड

डिमना रोड पर शाम के वक्त करीब ख्0 ठेले लगते हैं। इन सभी ठेलों पर धड़ल्ले से डोमेस्टिक गैस सिलिंडर का इस्तेमाल हो रहा है। डिमना रोड का यह एरिया शाम के वक्त काफी भीड़-भाड़ वाले एरिया में से एक है।

ऐसा होना नहीं चाहिए, लेकिन हो रहा है। डिस्ट्रीब्यूटर्स से ठेलों पर डोमेस्टिक सिलिंडर यूज होने की पूछताछ की गई है। डिस्ट्रीब्यूटर्स का कहना है कि प्रशासन का हेल्प नहीं मिलता इस कारण ठेलों पर डोमेस्टिक सिलेंडर का दुकानदार यूज करते हैं। जल्द ही प्रशासन से सहयोग मांगकर ठेलों पर डोमेस्टिक सिलिंडर यूज करने वालों के खिलाफ कार्रंवाई की जाएगी।

-रजत कुमार सिंह, नोडल ऑफिसर, आईओसीएल