-सरधना में हुई हिंसा में 270 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

-रार्धना प्रकरण में पुलिस खंगाल रही आरोपियों के फुटेज

Meerut: मतदान के दौरान मेरठ की विभिन्न विधानसभाओं में हुई हिंसक घटनाओं पर आयोग ने रिपोर्ट तलब की है। रविवार को पुलिस अधिकारियों ने आयोग को अपडेट्स और घटनाक्रम के वीडियो फुटेज दिए हैं। पुलिस आब्जर्वर अरुण कुमार राय ने सभी घटनाओं पर पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा की। वहीं सरधना में हुई मारपीट की घटना में पुलिस ने 270 को नामजद किया है।

फर्जी वोटिंग का था आरोप

संत चा‌र्ल्स इंटर कालेज में बने मतदान केंद्र पर शनिवार को फर्जी वोटिंग को लेकर हंगामा हो गया था। इसी दौरान विधायक संगीत सोम वहां पहुंच गए। जिनके सामने किसी भाजपा कार्यकर्ता ने सपा नेता खालिद अंसारी के साथ मारपीट कर दी। इसके विरोध में सपा नेताओं ने जमकर हंगामा किया। कुछ बसपा नेता भी हंगामे में शामिल हो गए। विधायक तो मौके से निकल गए, मगर हंगामा जारी रहा। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने रबर बुलेट भी चलाई। आलाअफसर भी इस दौरान मौके पर पहुंच गए थे।

270 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

पुलिस ने अब जानलेवा हमला करने के आरोप में 270 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। जिनमें से करीब 20 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि 250 अज्ञात हैं। फिलहाल नामजदों में सपा मजदूर सभा के जिलाध्यक्ष मंजूर मलिक का नाम सामने आया है। इंस्पेक्टर मनोज कुमार मिश्रा का कहना है कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

रार्धना के फुटेज खंगाल रहे

रार्धना में दो पक्षों में वर्चस्व को लेकर टकराव हुआ था। कबीना मंत्री की मौजूदगी ने घटना को हवा दे दी और यह घटा प्रदेशभर में चर्चा में आ गई। सीओ किठौर विनोद सिंह सिरोही ने बताया कि किसी भी पक्ष से तहरीर नहीं आई है। हंगामे में किसी के घायल होने की सूचना भी नहीं है। पुलिस वीडियो रिकार्डिंग खंगाल रही है।

नहीं पकड़े गए आरोपी

मतदान बीतने के बाद भी बड़ी संख्या में पहुंचे मतदाताओं ने फैज ए आम इंटर कालेज के बाहर शनिवार की शाम जमकर हंगामा किया था। लोगों ने मतदेय स्थल के बाहर जमकर नारेबाजी और फोर्स से धक्कामुक्की भी की थी। अब अधिकारी मामले की जानकारी नहीं होने की बात कहकर टालने में लगे हैं। हालांकि आयोग ने सभी छिटपुट घटनाओं के वीडियो तलब कर लिए हैं।

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सरधना में हुई हिंसा में पुलिस ने 270 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। रार्धना की घटना में किसी भी पक्ष से तहरीर नहीं आई है। निर्देश पर हर छोटी-बड़ी घटना की वीडियो चुनाव आयोग को भेज दी गई है।

श्रवण कुमार सिंह, एसपी ग्रामीण एवं नोडल अधिकारी चुनाव