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मुश्किल संभव नही है बीस जून तक शत प्रतिशत CNG पब्लिक ट्रांसपोर्ट लागू करना

कमिश्नर ने दिया है 20 जून तक सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सीएनजी से चलाने का आदेश

एजेंसी में उपलब्ध नही हैं यूरो फोर टैंपो-टैक्सी

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: शहर को प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन को इंतजार करना होगा। क्योंकि, शत-प्रतिशत सीएनजी पब्लिक ट्रांसपोर्ट लागू करने लिए काफी पापड़ बेलने पड़ सकते हैं। टैंपो मालिकों की माने तो जेब में पैसे लेकर जाने के बावजूद एजेंसियां सीएनजी वाहन उपलब्ध नही करा पा रही हैं।

बढ़ानी पड़ेगी डेडलाइन

बता दें कि सुप्रीमकोर्ट ने एक मई से यूरो थ्री वाहनों पर रोक लगा दी है और मार्केट में यूरो फोर इंजन वाली टैंपो-टैक्सी उपलब्ध नही है। जानकारी के मुताबिक एजेंसियों में जून के अंत तक इन वाहनों की सप्लाई शुरू हो सकेगी। पुराने वाहनों में सीएनजी किट लगवाने का ऑप्शन मौजूद था लेकिन अब यह भी फ्लॉप हो गया है। यह किट सक्सेज नही है। इसकी कीमत भी एक लाख रुपए है और मार्केट में 3 से 4 लाख में नई टैंपो-टैक्सी उपलब्ध है। ऐसे में वाहन मालिक यूरो फोर नए वाहन खरीदने का फैसला कर चुके हैं। ताज्जुब होगा कि छह माह पहले पूर्व कमिश्नर राजन शुक्ला ने सीएनजी वाहनों के संचालन के आदेश दिए थे, तब से अब तक केवल पचास ऐसे वाहनों का संचालन हो सका है। वह भी तीस अप्रैल से पहले खरीदे गए यूरो थ्री वाहन हैं।

बार-बार टलता रहा फरमान

पिछले साल दिसंबर में चार सीएनजी फिलिंग स्टेशन चालू कराने के बाद सीएनजी टैंपो-टैक्सी और बसें चलाए जाने का आदेश प्रशासन की ओर से दिया गया था। इसके बाद अधिसूचना जारी होने के बाद मशीनरी विधानसभा चुनाव में व्यस्त हो गई। तब यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। एक बार फिर इस अभियान को आगे बढ़ाने की कवायद शुरू हुई तो मार्केट में यूरो फोर इंजन वाले वाहन उपलब्ध नही होने से दिक्कतें पेश आ रही हैं। जानकारों का कहना है कि लखनऊ की तर्ज पर इलाहाबाद में भी प्रशासन को डेडलाइन बढ़ाने पर मजबूर होना पड़ सकता है।

यहां करनी होगी सख्ती

दूसरी ओर सीएनजी बसों के संचालन में प्रशासन को सख्ती दिखानी पड़ सकती है। यहां पर ऑप्शन होने के बावजूद बस मालिक आदेश का पालन नही कर रहे हैं। मार्केट में ढाई लाख रुपए की सीजन किट उपलब्ध है लेकिन, गिनती की बसों में यह किट लगवाई गई है। आंकड़ों पर जाएं तो शहर में एक दर्जन नगर बसें, 125 जेएनएनयूआरएम और 600 के आसपास स्कूल बसे हैं। इनको सीएनजी में कनवर्ट कराने के लिए अधिकारियों को सख्ती से पेश आना होगा।

कमिश्नर के आदेश का पालन कराने की पूरी कोशिश की जा रही है। टैंपो-टैक्सी मालिकों को सीएनजी किट लगवाने के आदेश दे दिए गए हैं। बीस जून तक शत-प्रतिशत सीएनजी पब्लिक ट्रांसपोर्ट लागू कराया जाएगा।

अनिल कुमार सिंह,

एआरटीओ प्रशासन

एजेंसियों में यूरो फोर सीएनजी वाहन उपलब्ध नही है। बताया गया है कि जुलाई तक इनकी सप्लाई हो सकेगी। ऐसे में टैंपो मालिक कैसे इस आदेश की पूर्ति करेंगे। किट सिस्टम फेल हो चुका है।

रमाकांत रावत,

महामंत्री, इलाहाबाद आटो, टैंपो-टैक्सी यूनियन

फैक्ट फाइल

4500 शहर में संचालित टैंपो-टैक्सी

50 कुल सीएनजी टैंपो-टैक्सी की संख्या

01 लाख रुपए है सीएनजी किट की कीमत

3-4 लाख है नए सीएनजी वाहन की कीमत

600 शहर में कुल स्कूल बसें

12 नगर बसें

125 जेएनएनयूआरएम बसों की संख्या