- जनसुनवाई पोर्टल के नाम पर कचहरी में ले ली नकदी

- गोरखनाथ मंदिर में शिकायत होने पर सामने आई हकीकत

GORAKHPUR: जनसुनवाई पर शिकायत दर्ज कराने के लिए पीडि़तों से मुंहमांगी रकम वसूली जा रही है। तिवारीपुर एरिया के पीडि़त परिवार की शिकायत दर्ज कराने के लिए कचहरी में सक्रिय बिचौलियों ने चार हजार रुपए की वसूली कर ली। पीडि़त परिवार ने गोरखनाथ मंदिर में शिकायत दर्ज कराई तो मामला सामने आया। जनसुनवाई पोर्टल पर फ्री में होने वाली शिकायत के बदले रुपए वसूलने के मामले में एफआईआर कराने की तैयारी चल रही है। पीडि़त परिवार का कहना है कि आईजी, डीआईजी और एसएसपी को पत्र भेजा जा चुका है। त्वरित सुनवाई के लिए जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराना चाहते थे। एसएसपी ने कहा कि इस मामले में एप्लीकेशन मिलने पर संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पांच दिन से युवक को थाना में बिठाया

तिवारीपुर एरिया के अंधियारीबाग मोहल्ला निवासी राजेश के बेटे अमित को पुलिस थाने पर उठा ले गई। 25 अगस्त को पुलिस उसके घर पहुंची। शिकायत की जांच करने के बहाने तिवारीपुर थाना पर बुला लिया। थाने पर बताया कि अमित के खिलाफ एक किशोरी ने रेप, जानमाल की धमकी देने की शिकायत दर्ज कराई थी। तीन दिन तक थाना पर पंचायत चलती रही। आरोप है कि 50 हजार रुपए में मामला सुलझाने की बात चल रही थी। लेकिन फर्जी ढंग से फंसाए जाने की बात कहकर आरोपी और उसके परिजनों ने नकदी देने से मना कर दिया। अमित की मां गुड्डी देवी ने पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर न्याय की मांग की। कार्रवाई न होने पर वह जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने के लिए गुरुवार को कचहरी गई। आरोप है कि वहां एक व्यक्ति ने इसके बदले में उससे चार हजार रुपए ले लिए। फ्री में होने वाली शिकायत के बदले चार हजार रुपए वसूलने की शिकायत लेकर वह गोरखनाथ मंदिर पहुंची। गोरखनाथ मंदिर में मौजूद लोगों ने रुपए लेने वाले से बात कर नकदी लौटाने को कहा।

सीएम ऑफिस से होती है मॉनिटरिंग

प्रदेश सरकार ने ई-संवाद शिकायत प्रणाली बनाई है। पब्लिक की शिकायतों को ऑनलाइन दर्ज कराने, उसे ट्रैक कराने के लिए इसे बनाया गया था। विभिन्न माध्यमों से मिली शिकायतों को एक पोर्टल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराकर संबंधित अधिकारियों को शिकायतों के निस्तारण के लिए भेजा जाता है। इससे पब्लिक की शिकायतों को दूर करने में सहूलियत मिल रही है। जनसुनवाई का एंड्रायड एप भी डेवलप किया गया है। एप डाउनलोड कर शिकायतकर्ता मोबाइल के जरिए शिकायत दर्ज करा सकता है। इसकी खास बात यह है कि सीएम ऑफिस से सीधे इसकी निगरानी की जाती है। गोरखपुर से डेली कम से कम 50 शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं।

यह की गई है व्यवस्था

- नि:शुल्क ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की व्यवस्था

- शिकायतकर्ता को मोबाइल ओटीपी से रजिस्ट्रेशन की सुविधा

- शासन के हर स्तर पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की सुविधा

- पीडि़त किसी भी समय शिकायत दर्ज करा सकते हैं

- हर स्तर पर ईमेल, एसएमएस से सूचना देने की व्यवस्था

- शिकायत के निस्तारण पर फीडबैक लेने की व्यवस्था

- निर्धारित समय पर समस्या समाधान ना होने पर रिमाइंडर भेजने का इंतजाम

- शिकायतकर्ता के संतुष्ट होने पर शिकायत का अंतिम निस्तारण

वर्जन

अवैध ढंग से वसूली करने की शिकायत आने पर संबंधित के खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा। इस प्रकरण में थाना पुलिस की भूमिका की जांच भी होगी।

- सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसएसपी