- प्रदेश में 191 मॉडल स्कूलों का होना है निर्माण

- अल्टीमेटम के बाद भी 10 मॉडल स्कूल हैं अपूर्ण

LUCKNOW: लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी सीबीएसई बोर्ड से शुरू होने वाले मॉडल स्कूलों का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो सका है। हाल में हुई समीक्षा बैठक में इनका निर्माण 15 जून तक पूरा करने का अल्टीमेटम दिया गया है। साथ ही कहा गया है कि यदि 10 अपूर्ण मॉडल स्कूलों का निर्माण निर्धारित तिथि तक नहीं हुआ तो दोषी परियोजना अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर धनराशि की वसूली की जा सकती है। इस संबंध में आरएमएसए के संयुक्त निदेशक विवेक नौटियाल ने निर्देश जारी कर दिए हैं।

यूपी में बनने हैं 191 मॉडल स्कूल

केंद्र ने यूपी में 191 मॉडल स्कूलों के निर्माण को मंजूरी दी थी। हर स्कूल के लिए तीन करोड़ दो लाख रुपये की राशि भी जारी की थी। लेकिन बाद में मॉडल स्कूल योजना को डी लिंक कर दिया गया। जिससे यह योजना पूर्व निर्धारित योजना नहीं रही। इसके बाद तत्कालीन राज्य सरकार ने इन स्कूलों को संचालित करने का निर्णय लिया। यूपी के प्रत्येक मंडल स्तर पर एक एक मॉडल स्कूल को राजकीय स्कूल की तर्ज पर शुरू किया गया। बीते दिनों प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा की अध्यक्षता में हुई बैठक में डीआईओएस एवं संबंधित जिलों के परियोजना प्रबंधकों ने 10 निर्माणाधीन स्कूलों को समय से पूरा करने और हस्तान्तरित करने का कमिटमेंट किया गया था। लेकिन मार्च में जो रिपोर्ट आई की अभी तक किसी भी मॉडल स्कूलों का निर्माण नहीं पूरा हुआ।

काम नहीं तो ब्लैक लिस्ट में

यूपी राज्य निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड के मुख्य अभियंता नवन प्रकाश सिंह को भेजे पत्र में साफ किया गया है कि यदि संस्था द्वारा गुणवत्ता पूर्ण भवन निर्माण का कार्य समय सुनिश्चित नहीं कराया जाता तो तो भविष्य में उन्हें शिक्षा विभाग में कार्य न दिए जाने एवं ब्लैक लिस्ट में डाले जाने की संस्तुति किए जाने पर भी विचार किया जा सकता है।