-डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के लिए प्रशासन ने लगाए गांवों में कैंप

-मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर एनएचएआई ने कब्जा लेना किया शुरू

आई स्पेशल

मेरठ: डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य तेजी से चल रहा है। 2 माह में मेरठ जनपद के समस्त गांवों में जिला प्रशासन अधिग्रहण के कार्य को पूरा करेगा। रेल मंत्रालय की नजर परियोजना पर बनी है तो भूमि अधिग्रहण में तेजी लाने के लिए रेलवे और प्रशासन की संयुक्त टीमों ने गांवों में कैंप लगाना शुरू कर दिया है।

यहां लगेगा कैंप

तहसील मेरठ में एडीएम भूमि अध्याप्ति मंजूलता के निर्देशन में कैंप लगाया गया तो वहीं पेपला गांव में 27 अप्रैल को कैंप लगाया जाएगा। कनैड़ा जशरथपुर में 29 अप्रैल को कैंप का आयोजन किया जाएगा। पांचली खुर्द में 1 मई और टिलावरा गांव में 3 मई को कैंप लगाया जाएगा। ग्रामीणों की मांग पर दौराला में 5 मई को कैंप का आयोजन किया जा रहा है। कैंप में रेलवे के अधिकारियों के अलावा तहसील का स्टाफ, लेखपाल आदि मौजूद रहेंगे।

1200 किसानों को मुआवजा

एडीएम एलए ने बताया कि परियोजना के तहत 2 माह में अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा। करीब 1200 किसानों में 550 करोड़ रुपये का आवंटन मुआवजा के बतौर किया जाएगा। 155 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण इस दौरान होगा।

एनएचएआई ने शुरू किया कब्जा

केंद्र सरकार की परियोजना दिल्ली-मेरठ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहित भूमि पर कब्जा लेने का काम एनएचएआई ने आरंभ कर दिया है। एडीएम एमए ने बताया कि 95 प्रतिशत परियोजना के मद की जमीन अधिग्रहित कर एनएचएआई को सौंप दी गई है।