क्वालिटी चेक के बाद ही बाजार में आती हैं जेनेरिक दवाएं

अभी तक क्वालिटी को लेकर नहीं मिली है कोई शिकायत

मेरठ। जेनेरिक दवाएं सस्ती हैं, मगर उनकी क्वालिटी भी पुख्ता है? ये सवाल पेशेंट्स को परेशान करता है। मेडिकल सेक्टर में भी जेनेरिक दवाओं की क्वालिटी को लेकर कई तरह के भ्रम फैलाए जा रहे हैं, लेकिन जनमानस को बाजार से 60 से 70 प्रतिशत कम कीमत पर लाइफ सेविंग जेनेरिक दवाएं मुहैया करवाने के साथ ही सरकार ने इनकी क्वालिटी कंट्रोल पर भी पूरी नजर रखी हुई है।

ऐसे होती हैं जांच

बताते हैं कि जेनेरिक दवाओं का उत्पादन गुड़गांव में होता है। तय मानकों के अनुसार ही दवाई बनाई जाती है। दवा उत्पादन के बाद सरकार इसकी दो जगह लैब टेस्टिंग भी करवाती है। एक सरकारी और एक प्राइवेट लैब है जो हर तय मानक पर दवा को परखती है। इसके अलावा एनएबीएल इस दवाओं का एक्रेडिएशन जारी करता है, जिसके बाद इसमें किसी भी प्रकार की शिकायत की संभावना नहीं बनती।

ऐसे करें शिकायत

अगर जेनेरिक दवाओं में किसी भी प्रकार की शिकायत महसूस होती है या कोई कमी पाई जाती है तो ग्राहक स्टोर संचालक के पास जाकर लिखित शिकायत दे सकता है। जिसके बाद स्टोर संचालक को यह शिकायत नोडल अधिकारी के पास देनी होगी। दूसरे विकल्प के रूप में जनऔषधि वेबसाइट पर जाकर दिए गए मेल आईडी पर भी शिकायत की जा सकती है। नोडल अधिकारी गौतम कपूर का कहना है कि इस संबंध में फिलहाल कोई शिकायत नहीं आई है।

इनका है कहना

अभी तक इन दवाओं में कोई शिकायत नहीं मिली है। मरीज दवाओं को रेग्यूलर यूज कर रहे हैं। दवाओं की मांग भी लगातार बढ़ रही है।

-सचिन गुप्ता, जनऔषधि स्टोर संचालक