-आरयू से सम्बद्ध 30 कॉलेजेज का हुआ सेलेक्शन

-बरेली के सिरसा कॉलेज ऑफ सांइस एंड टेक्नोलॉजी का भी हुआ चयन

BAREILLY:

आईआईटी बम्बई के स्टूडेंट्स उप्र के गांवों में ई लर्निग प्रोग्राम के तहत कम्प्यूटर एक्सपर्ट बनाएंगे। रुरल एरिया में स्टूडेंट्स को कम्प्यूटर फ्रेंडली बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने आईआईटी बंबई से एक करार किया है, जिसके तहत रुहेलखंड यूनिवर्सिटी से संबंद्ध 30 कॉलेजेज का चयन हुआ है।

30 कॉलेजेज का हुआ चयन

ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे विकास और कम्प्यूटर ज्ञान से अछूते न रह जाएं। उन्हें भी कम्प्यूटर का ज्ञान मिले, ताकि देश के विकास में वे भी सहयोग कर सकें। इसलिए प्रदेश सरकार ने आईआईटी बम्बई के बीच करार किया है। इसके तहत सूबे का उच्च शिक्षा विभाग स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट के माध्यम से यूनिवर्सिटीज और डिग्री कॉलजेज में ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को फ्री में ई-लर्निग कोर्स कराए जाएंगे। आरयू से सम्बद्ध 30 कॉलेजेज का सेलेक्शन फ्री में ई-लर्निग कोर्स के लिए हुआ है। इसमें बरेली का सिरसा कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी भी है। आरयू के रजिस्ट्रार डॉ। एसएल मौर्य ने 30 मार्च को लेटर लिखकर कॉलेज मैनेजमेंट को इसकी जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कॉलेज मैनेजमेंट को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द फ्री में ई-लर्निग कोर्सेज के लिए को-ऑर्डिनेटर नियुक्त करने को कहा। कॉलेज मैनेजमेंट ने डॉ। श्यामल गुहा पट्टेदार को को-ऑर्डिनेटर बना दिया है। जल्द ही अन्य सेंटर के को-ऑर्डिनेटर बना दिए जाएंगे।

यूनिवर्सिटी कैंपस में बनेंगे छह सेंटर

आरयू के प्रो। बीआर कुकरेती ने बताया कि सिरसा कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के अलावा यूनिवर्सिटी कैंपस में बीटेक के सभी छह डिपार्टमेंट को सेंटर बनाया गया है। उन्होंने बताया जल्द ही कैंपस में बने सभी सेंटर के को-ऑर्डिनेटर उन्होंने बताया कि आईआईटीयंस सेंटर के को-ऑर्डिनेटर से संपर्क कर आगामी शैक्षिक सत्र से स्टूडेंट्स को दो-दो घंटे की क्लास देगा, ताकि उन्हें भी कम्प्यूटर की नॉलेज हो सके।