बसों की सीट से लेकर बॉडी कलर तक की होगी मरम्मत

Meerut। महानगर बस सेवा के तहत संचालित सिटी बसों की हालत सुधारने के लिए अब रोडवेज बसों की एक्सटीरियर और इंटीरियर कराने जा रहा है। इसके लिए बकायदा मुख्यालय से बजट की मांग की है स्वीकृति मिलते ही बसों को नए रंग रुप में तैयार किया जाएगा।

8 साल में बिगड़ी हालत

साल 2010 में महानगर बस सेवा के तहत लो फ्लोर, मिनी और कमल बसों की शुरुआत की गई थी लेकिन इन बसों की हालत आठ साल में ही इस कदर जर्जर हो गई कि 40 प्रतिशत बसें रोडवेज के वर्कशॉप में खड़ी हुई हैं।

बॉडी का होगा कायाकल्प

बसों के इंजन चेसिस, टायर टयूब आदि की तो हर बार मरम्मत हो जाती है लेकिन बस की बॉडी पर अभी तक कोई काम नही हुआ। इसलिए इस बार रोडवेज बसों की सीट से लेकर फ्लोर और बॉडी की सुधारेगा।

बदलेगी सीट की हालत

सिटी बसों में सबसे बुरा हाल यात्रियों के लिए बैठने की सीट का है। अधिकतर बसाें की सीट फटी हुई और टूटी हुई हैं। कई सीट पर प्लास्टिक तक टूटी हुई यहां तक की चालक की सीट का भी हाल खराब है। ऐसे में सबसे अधिक बजट बसो की सीटों की मरम्मत का मांगा गया है।

बसों की सीटों और बॉडी की मरम्मत के लिए बजट मांगा गया है बसों की सीट खराब होने से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। इसलिए जल्द से जल्द हालत में सुधार कराया जाएगा।

संदीप लाहा, एमडी, रोडवेज

सिटी बसों में सफर अब मुसीबत से कम नही है बसों की हालत इस कदर खस्ता है कि सीट और शीशे सब टूटे हुए हैं।

आदेश

शुरुआत में बसों को काफी पसंद किया गया था आरामदायक सीट इन बसों की पहचान थी जो अब बिगड़ चुकी हैं।

हरेंद्र

बसों की हालत इसलिए खराब हो रही है क्योंकि समय से मरम्मत नही की जा रही है। बैठने के लिए सीट तो कम से कम सही होनी ही चाहिए।

गौरव