सरकार-संगठन में खींचतान से आलाकमान चिंतित, दिल्ली बुलाया

-24 अगस्त को सीएम और पीसीसी अध्यक्ष को बुलाया गया दिल्ली

-पहली बार पीडीएफ ने भी बोला कांग्रेस संगठन पर हमला

-पीडीएफ नेता धनै बोले, कांग्रेस संगठन कर रहा नकारात्मक राजनीति

देहरादून, कांग्रेस संगठन और सरकार के बीच एक बार फिर तलवारें खिंच गई हैं। संगठन और सरकार की ये लड़ाई अब दिल्ली दरबार में पहुंच गई है। 24 अगस्त को यानि कल सीएम हरीश रावत और पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को दिल्ली बुलाया गया है। हालांकि कांग्रेस के नेता नेताओं के दिल्ली तलब को प्रदेश प्रभारी के नेतृत्व में कोऑर्डिनेशन की बैठक बता रहे हैं। चुनाव से ऐन पहले अपने-अपने राजनीतिक हित साधने के लिए कांग्रेस नेता सीएम पर दबाव बनाते जा रहे हैं और दूसरी तरफ खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय लगातार कहते जा रहे हैं कि बाहरी नेताओं को सीएम तवज्जो दे रहे हैं और अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है।

पीडीएफ ने साधा किशोर पर निशाना

लगातार पीडीएफ के खिलाफ बोलने वाले पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय पर पहली बार पीडीएफ ने भी मुंह खोला है। पीडीएफ सदस्य और कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै ने कहा कि कांग्रेस संगठन लगातार नकारात्मक राजनीति कर रहा है, जबकि विकास के कार्यो पर ध्यान सिर्फ हरीश रावत का है। धनै ने तो यहां तक कह डाला कि प्रदेश में कांग्रेस का मतलब सिर्फ हरीश रावत रह गया है। दिनेश धनै ने अपने बयान से सीधे पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय पर निशाना साधा है। धनै का कहना है कि लगातार कांग्रेस प्रदेश संगठन अपनी नकारात्मक राजनीति के चलते कमजोर होता जा रहा है, जबकि हरीश रावत लगातार मजबूत हो रहे हैं और कांग्रेस मिशन 2017 सीएम हरीश रावत के बलबूते ही जीतेगी। दरअसल लगातार किशोर उपाध्याय पीडीएफ सदस्यों को सरकार में तवज्जो मिलने से लंबे समय से खफा हैं और अपनी नाराजगी जब-तब खुलकर जताते रहते हैं।

आलाकमान भी है चिंतित

चुनाव से ठीक पहले सरकार और संगठन की इस खींचतान से आलाकमान के माथे पर भी लकीरें खिंच गई हैं। तमाम राज्यों में हार के बाद कांग्रेस आलाकमान कतई नहीं चाहता कि उत्तराखंड में भी उसे हार का मुंह देखना पड़े। इसलिए वो सरकार और संगठन की लड़ाई को गंभीरता से ले रहा है। 24 अगस्त यानि कल सीएम और पीसीसी अध्यक्ष दोनों को दिल्ली बुलाया गया है। ज्यादा संभावना इस बात की है कि पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की वहां क्लास लग सकती है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने पीडीएफ के सदस्य व सरकार में काबिना मंत्री दिनेश धनै को नसीहत दी है कि उन्होंने सरकार को समर्थन दिया है। उन्हें कांग्रेस के संगठन में दखलंदाजी देने की जरूरत नहीं। संगठन को सर्टिफिकेट देने का उन्हें कोई अधिकार नहीं।

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कांग्रेस संगठन को मंत्री दिनेश धनै के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। वो कह रहे हैं कि संगठन सरकार को काम नहीं करने दे रहा है। धनै ने खुद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया है। वे टिहरी के खाली जलाशयों पर ध्यान देते तो 20 हजार लोगों को रोजगार मिल पाता।

जोत सिंह बिष्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष, कांग्रेस।

दिल्ली में कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में बुलाया गया है। इसमें आने वाले विस चुनाव को लेकर विचार मंथन होना है। जहां तक दिनेश धनै के बयानों का सवाल है, वे सिर्फ सरकार का हिस्सा हैं। हमारे संगठन से उनका क्या लेना-देना?

किशोर उपाध्याय, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस।

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भाजपा नेता भी दिल्ली में

राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए आज दिल्ली में भाजपा कोर कमेटी की बैठक होने वाली है। इस बैठक में उत्तराखंड के भाजपा नेता भी शामिल होंगे। जल्द ही उत्तराखंड में भी विस चुनाव होने हैं। इसको देखते हुए प्रदेश से भाजपा नेता भी दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में होने वाली भाजपा राष्ट्रीय कोर कमेटी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी शिरकत करेंगे। उत्तराखंड से प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के अलावा प्रदेश महामंत्री संगठन, मदन कौशिक, धन सिंह रावत के अलावा पूर्व सीएम व कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विजय बहुगुणा कोर कमेटी की बैठक में शामिल होंगे।