-चोरों के निशाने पर धूमनगंज एरिया, दो दिन में तीन चोरी

-इंश्योरेंस कंपनी कर्मचारी के सूने घर को चोरों ने खंगाला

ALLAHABAD@inxet.co.in

ALLAHABAD: घर पर ताला लगाना खतरे से खाली नहीं। चंद घंटे के लिए भी घर पर ताला लगा तो चोरी तय है। चोरी के लिहाज इस वक्त धूमनगंज एरिया टॉप पर चल रहा है। दो दिन के भीतर धूमनगंज में तीन सूने घरों को चोरों ने खंगाल डाला।

फैमिली गई है अमेठी

लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के कर्मचारी टीएन मिश्रा के मधुवन बिहार कॉलोनी की गली नंबर आठ में रहते हैं। रविवार को टीएन मिश्रा पत्नी व दो च्च्चों के साथ छह नवंबर को अमेठी अपनी ससुराल चले गए थे। पड़ोसी राधा तिवारी को उन्होंने घर पर नजर रखने को कहा था। घर की चाभी उन्हीं के पास थी। राधा ने सोमवार को छत से देखा तो खिड़की के ऊपरी हिस्से की ग्रिल टूटी दिखी और उसमें से रस्सी लटक रही थी। चोरी की आशंका को देखते हुए उन्होंने टीएन को फोन किया। इस पर टीएन ने कहा कि वह जाकर घर को चेक कर लें। जब राधा ने घर का दरवाजा खोला तो सारा सामान बिखरा हुआ था। अलमारी का ताला टूटा हुआ था। सारी अटैची, बक्से खुले पड़े थे। उन्होंने टीएन को हालात की जानकारी दी। टीएन के मुताबिक, घर से दो से तीन लाख की ज्वैलरी, कपड़े व कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण गायब थे। उन्होंने पुलिस को खबर देने के बाद घर पर ताला लगा दिया। रविवार को ही रिटायर्ड सूबेदार पीएन पांडेय के मधुवन विहार कॉलोनी व भोला के पुरवा में अधिवक्ता वीके अग्निहोत्री के घर को चोरों ने खंगाल डाला था। दोनों घरों में ताला लगा था।

लगवा लें चौकीदार

वैसे तो घर पर ताला न लगाएं और अगर इमरजेंसी हो तो चौकीदार को रख लें। सिटी की एक दर्जन से अधिक सिक्योरिटी एजेंसियां गार्ड प्रोवाइड करवा रही हैं। 8, 16 या 24 घंटे के लिए गार्ड को घर की रखवाली के लिए लगवाया जा सकता है। पेमेंट शिफ्ट के हिसाब से करनी होगी। सिविल लाइंस की एक एजेंसी 24 घंटे के लिए गार्ड 1000 रुपए में मुहैया कराती है। आर्म गार्ड के लिए 1500 रुपए तक देने पड़ सकते हैं। कुछ सिक्योरिटी एजेंसियां इससे कम में भी गार्ड प्रोवाइड करा रही हैं।

इंश्योरेंस भी है विकल्प

घर का इंश्योरेंस कराना भी नुकसान से बचने का एक विकल्प है। कई कंपनियां घर में रखे सामान का इंश्योरेंस कर रही हैं। इसमें घर में रखे सभी सामान की वैल्यू निकालकर इंश्योरेंस किया जाता है। 10 लाख तक के सामान का इंश्योरेंस तीन हजार के एनुअल प्रीमियम पर कराया जा सकता है। चोरी, डकैती होने के साथ ही आग लगने या भूकंप से होने वाले नुकसान की भी भरपाई इंश्योरेंस कंपनी करती है। चोरी होने पर लोगों को सामान की रसीद के साथ ही एफआईआर की कॉपी देनी होगी। इसमें जिन चीजों के चोरी जाने का जिक्र होगा, केवल उन्हीं की प्रेजेंट वैल्यू के आधार पर पेमेंट किया जाएगा। ज्वैलरी के चोरी जाने पर भी भुगतान की सुविधा है। ज्वैलरी का भी अलग से इंश्योरेंस होता है। इसका रेट कुछ ज्यादा है। घर का भी अलग से इंश्योरेंस कराया जाता है। हालांकि इस सुविधा का लाभ उठाने वाले लोगों की सिटी में संख्या काफी कम है।