- पनकी पॉवर हाउस में 660 मेगावॉट पॉवर जेनरेशन यूनिट के प्रोजेक्ट की नई ड्राइंग बनाएंगे

-सेंट्रल मिनिस्ट्री ऑफ एनवॉयरमेंट की टीम ने दिया था ड्राइंग में चेंज करने का सुझाव

KANPUR: पनकी पॉवर हाउस में 660 मेगावॉट की नई पॉवर जेनरेशन यूनिट को लेकर सेंट्रल मिनिस्ट्री ऑफ एनवॉयरमेंट एंड फॉरेस्ट टीम के सजेशंस को अमल में लाने की कवायद तेज हो गई है। पनकी पावर हाउस के अफसरों ने नई यूनिट की ड्राइंग चेंज करने के लिए कोलकाता से कंसलटेंट को बुलाया है। जिससे नए सिरे से ड्राइंग फाइनल कर स्टेट गवर्नमेंट के जरिए मिनिस्ट्री ऑफ एनवॉयरमेंट को एनओसी के लिए भेजा जा सके। इधर प्रोजेक्ट को हकीकत का रूप देने की जिम्मेदारी संभाले भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड अफसरों ने भी ग्रीन सिग्नल दे दिया है।

नइर् गवर्नमेंट से तेजी आई

पनकी पॉवर हाउस में 660 मेगावॉट की नई यूनिट लगाने का प्रपोजल पिछली गवर्नमेंट में वर्ष 2014 में पास हुआ था। पहली किश्त के रूप में 15 करोड़ भी आवंटित किए गए थे, लेकिन अभी तक सेंट्रल गवर्नमेंट से इस प्रोजेक्ट को एनओसी नहीं मिली है। मिनिस्ट्री ऑफ एनवॉयरमेंट एंड फारेस्ट ने कोल बेस इस नई यूनिट को एक तरह से खारिज ही कर दिया है। इधर यूपी में नई गवर्नमेंट बनने के बाद स्टेट में 24 घंटे पॉवर सप्लाई की कवायद तेज हो गई। लगातार 2 दिनों तक सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी की टीम लखनऊ में डेरा डाले रही। यूपीपीसीएल के साथ पॉवर सप्लाई कम्पनीज के साथ 24 घंटे पॉवर सप्लाई के लिए मंथन करती रही।

ब्लिक पर इफेक्ट न पड़े

फ्राईडे को मिनिस्ट्री ऑफ एनवॉयरमेंट एंड फॉरेस्ट की 6 सदस्यीय टीम चेयरमैन नवीन चन्द्रा की अध्यक्षता में पनकी पावर हाउस भी पहुंची। यूपीपीसीएल के एमडी एपी मिश्रा भी अफसरों के साथ पहुंचे। टीम ने नई यूनिट को लेकर कुछ चेंजेंस करने का सुझाव दिया था, जिससे कि पॉल्यूशन न हो। इनमें फ्लाई एश डिस्पोजल सिस्टम, कूलिंग टॉवर आदि शामिल था। इन्हें पनकी-कल्याणपुर नहर के किनारे की बजाए, पापुलेशन से दूर पावर हाउस के अन्दर की तरफ ग्रीनरी के बीच बनाने को कहा है। जिससे किसी भी हाल में पॉल्यूशन का इफेक्ट पब्लिक पर न पड़े। इसी तरह कोल लाने वाली रेलवे लाइन को लेकर भी सजेशन दिया। इसको लेकर पनकी पॉवर हाउस के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर रंजन श्रीवास्तव आदि ने टेंडर हासिल करने वाली कम्पनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के अफसर अम्बरीश गोयल के साथ मीटिंग भी की। सेंट्रल टीम के सजेंशंस को अमल में लाने के लिए पनकी पॉवर हाउस के अफसरों ने कोलकाता से कंसलटेंट कम्पनी डीसीपीएल की टीम को बुलाया है।

एट ए ग्लांस

प्रोजेक्ट - पॉवर जेनरेशन प्लांट

कैपेसिटी- 660 मेगावॉट

स्थान - पनकी पॉवर हाउस

प्रोजेक्ट कास्ट- 4712 करोड़

एनओसी मिली - एयरपोर्ट अथॉरिटी, कोल मिनिस्ट्री, इरीगेशन डिपार्टमेंट आदि

कैबिनेट से पास - 22 जुलाई, 2014

स्टेट गवर्नमेंट से मिली पहली किश्त- 15 करोड़

टेंडर पड़े- 15 सितंबर, 2015