- बिना किसी सूचना के ही गैस की बुकिंग एजेंसियों ने किया कैंसिल

- 20,000 से अधिक कंज्यूमर ने करा रखी थी दिसम्बर महीने में बुकिंग

- डीबीटी से जोड़ने के नाम पर कंज्यूमर्स को किया जा रहा परेशान

- कंज्यूमर्स शिकायत लेकर डीएसओ आफिस पहुंचे

BAREILLY: दिसम्बर में गैस बुक कराकर सिलेंडर मिलने की राह ताक रहे सिटी के सैकड़ों कंज्यूमर्स को गैस कंपनी और एजेंसियों ने तगड़ा झटका दिया है। इनकी गैस बुकिंग को कैंसिल कर नॉन सब्सिडी वाले सिलेंडर को लेने के लिए मजबूर कर दिया है। इनमें डीबीटी और नॉन डीबीटी दोनों कैटेगरी के कंज्यूमर्स शामिल हैं। जबकि नॉन डीबीटी वाले कंज्यूमर्स को मार्च तक सब्सिडी सिलेंडर मिलने का ग्रेस पीरियड दिया गया है। लेकिन इस नियम को धता बताकर नॉन डीबीटी वाले कंज्यूमर्स को भी अभी से ब्र किया जा रहा है। डीएसओ ऑफिस में ऐसे तमाम कंज्यूमर्स अपनी कंप्लेन लेकर पहुंच रहे हैं।

दिसम्बर की बुकिंग यकायक कैंसिल किये जाने से कंज्यूमर्स मुश्किल में आ गए हैं, क्योंकि बुकिंग पुरानी होने के बावजूद कंज्यूमर्स को बिना सब्सिडी के गैस खरीदना मजबूरी बन गई है। चूंकि ज्यादातर कंज्यूमर्स का डीबीटी नहीं फिलअप हुआ है। ऐसे में, उन्हें सब्सिडी का लाभ तत्काल नहीं मिल पाएगा। कंज्यूमर्स अपनी फरियाद डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिसर (डीएसओ) के यहां भी लेकर पहुंच रहे है।

ख्0 हजार से अधिक कंज्यूमर

शहर में वर्क कर रही इंडेन, भारत और एचपी तीनों एलपीजी कंपनियों की गैस एजेंसियों पर दिसम्बर महीने में ख्0 हजार से अधिक लोगों ने गैस की बुकिंग करा रखी थी। लेकिन इन सभी कंज्यूमर्स को डीबीटी से जोड़ने के लिए बुकिंग कैंसिल कर दी गयी।

नहीं दी गयी थी कोई जानकारी

गैस की बुकिंग करते समय एजेंसियों ने इस संबंध में कंज्यूमर को कोई जानकारी नहीं दी। लिहाजा यकायक बुकिंग कैंसिल होने से कंज्यूमर्स सकते में आ गए हैं। कंज्यूमर को इस बात का डर सताने लगा है कि, कहीं वे इस फाइनेंशियल ईयर में वे सब्सिडी वाला सिलेंडर पा भी सकेंगे या नहीं। कंज्यूमर का यह डर वाजिब भी क्योंकि, प्रत्येक फाइनेंशियल ईयर में मिलने वाले क्ख् सब्सिडी सिलेंडर को एजेंसियां हर महीने एक-एक सिलेंडर के हिसाब से कंज्यूमर को देती है। हालांकि ऐसा कोई नियम नहीं है। कंज्यूमर अपना सब्सिडी वाला सिलेंडर किसी भी महीने ले सकता है। एक महीने में दो सिलेंडर भी ले सकता है। लेकिन एजेंसियों की मनमानी और गैस की डिलिवरी में की जाने वाली लेटलतीफी के आगे कंज्यूमर लाचार हैं।

डीबीटी के नाम पर कर दिया कैंसिल

दरअसल एक जनवरी से बरेली साहित पूरे देश में डीबीटी स्कीम लागू कर दी गयी है। लेकिन बरेली में मात्र ख्म् परसेंट कंज्यूमर्स को ही लिंक से जोड़ा जा सका है। बाकी कंज्यूमर ग्रेस पीरियड पर ही चल रहे है। इसकी वजह से एलपीजी कंपनियों ने एजेंसियों पर यह झूठा दबाव बनाया कि, पेट्रोलियम मिनिस्ट्री से निर्देश मिले है कि, हर हाल में क्भ् जनवरी तक हर हाल में 70 परसेंट तक कंज्यूमर को डीबीटी से जोड़ दिया जाना आवश्यक है। नहीं तो, एजेंसियों को सब्सिडी वाले सिलेंडर प्रोवाइड नहीं कराए जाएंगे। एलपीजी कंपनियों के इस आदेश के बाद एजेंसियों ने कंज्यूमर को अपना शिकार बना डाला। बिना किसी इंफॉर्मेशन के लिए पहले से बुक हो चुके गैस की बुकिंग को कैंसिल करना शुरू कर दिया।

गैस सप्लाई का रेशियो भी नहीं सही

एलपीजी कंपनियां दबाव बनाने के लिए एजेंसियों को जो गैस की सप्लाई कर रही है, उसका रेशियो भी सही नहीं होता है। मसलन, बरेली में ख्म् परसेंट कंज्यूमर डीबीटी लिंक से जुड़ चुके है। ऐसी स्थिति में गैस सप्लाई का ख्म् परसेंट हिस्सा नॉन सब्सिडी और बाकी सब्सिडी वाला सिलेंडर सप्लाई होना चाहिए। लेकिन प्रजेंट टाइम में एलपीजी कंपनियां ऐसा नहीं कर रही है। जिसका कहीं न कहीं इसका खमियाजा कंज्यूमर को भुगतना पड़ रहा है।

डीएसओ के यहां पहुंच रहे लोग

एजेंसियों की इस हरकत से परेशान कंज्यूमर डीएसओ की शरण में जा रहे है। क्योंकि, एजेंसी वाले कंज्यूमर की एक भी सुनने को राजी नहीं है। एलपीजी कंपनी के अधिकारी भी कंज्यूमर की समस्याओं को दूर करने के बजाय उनकी बातों को नकार दे रहे है। बुकिंग कैंसिल होने की शिकायत करने पर गैस एजेंसियां और एलपीजी कंपनियां डीबीटी का हवाला देने लग जा रही हैं। एजेंसियों कंपनियों के मिस विहैब से परेशान होकर लोग डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिस में कंप्लेन लेकर पहुंच रहे है। ताकि, उनको बुकिंग कराया गया सिलेंडर मिल सकें।

.

डीबीटी लिंक से जाेड़ने का दिया टारगेट

कंज्यूमर्स को डीबीटी लिंक से जोड़ पाने में नाकाम गैस एजेंसियों और एलपीजी कंपनियों के साथ डीएसओ ने वेडनसडे को एक मीटिंग किया। जनवरी तक कम से कम 70 लोगों को स्कीम से जोड़ने की हिदायत डीएसओ ने दिया। डीएसओ केएल तिवारी का कहना था कि, जो कंज्यूमर लिंक से जुड़ता है उसके अकाउंट में एडवांस भ्ब्8 रूपए गवर्नमेंट की ओर से डिपॉजिट हो जाएगा। बाद में जब भी कंज्यूमर्स गैस की बुकिंग कराएंगे उनके अकाउंट में सब्सिडी और नॉन सब्सिडी के बीच का जो अंतर है वो पैसा उनके अकाउंट में चला जाएगा। मीटिंग के दौरान भारत, एचपी और इंडेन कंपनी के अधिकारी और एजेंसी ओनर्स मौजूद रहे।

गैस की बुकिंग कैंसिल होने पर कंज्यूमर शिकायत दर्ज करा रहे है। डीबीटी लिंक से जोड़ने के लिए लोगों पर दबाव बनाकर बुकिंग कैंसिल करना उचित नहीं है। जो लोग शिकायत लेकर आ रहे है मैंने उन्हें दो सिलेंडर एक साथ ले लेने की बात कही है। इस संबंध में मैंने एजेंसियों और एलपीजी कंपनियों के साथ बात की है।

केएल तिवारी, डीएसओ

एजेंसियां किसी की भी बुकिंग कैंसिल नहीं कर रही है। यह ऑटोमेटिक हुआ है। क्योंकि, डीबीटी से जुड़ने के बाद लोगों को नॉन सब्सिडी के सिलेंडर देने है। जिनका सब्सिडी वाला पैसा डायरेक्ट अकाउंट में जाएगा। कंज्यूमर को परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है।

रंजना सोलंकी, प्रेसीडेंट, डोमेस्टिक गैस डिस्ट्रिब्यूटर एसोसिएशन