बीटेक पास भी संविदा सफाईकर्मी बनने के लिए साफ कर रहे हैं नाला

एक पद के लिए औसत 117 उम्मीदवारों ने किया है आवेदन

टेस्ट के नाम पर शहर के नाले साफ करवा रहा है नगर निगम

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: रोजगार चाहिए। कोई फर्क नहीं पड़ता कि करना क्या है। काम इमानदारी का हो और पैसा इमानदारी से मिले। सिर्फ इतनी चाहत है आज के युवा की। तभी तो कांट्रैक्ट पर सफाई कर्मचारी बनने के लिए उन लोगों ने भी आवेदन कर दिया है जिन्होंने इंजीनियर बनने का सपना लेकर बीटेक की पढ़ाई की थी या फिर जिन्होंने शिक्षक बनने का सपना लेकर बीएड की पढ़ाई की थी। इस पद के लिए भी मारामारी की स्थिति है। दावेदारों की संख्या इसकी गवाही देती है। हालात यह है कि बेहद टॅफ सेलेक्शन प्रॉसेस भी अभ्यर्थियों की नौकरी मिलने की आस के जज्बे के आगे छोटा पड़ गया है। अधिकारी भी अभ्यर्थियों का आंकड़ा और उनका जोश देखकर हैरान हैं।

नियुक्ति से पहले साफ हो जाएंगे नाले

कांट्रैक्ट पर सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया दो चरणों में पूरी होनी है। पहले चरण में व्यवहारिक टेस्ट की व्यवस्था की गई है। इसके तहत पहले अभ्यर्थी को फील्ड में उतार कर उससे नाला सफाई कराया जा रहा है। इसके तहत हर दिन ढाई सौ अभ्यर्थियों को मैदान में उतारा जाता है और एक नाले को पूरा का पूरा साफ करने की जिम्मेदारी उनकी होगी। इस रफ्तार से इस प्रक्रिया को पूरी होने में एक साल से अधिक का समय लग जाना है। तब तक तो शहर का कोई ऐसा नहीं बचेगा तो पूरी तरह से साफ न हो जाए। व्यवहारिक टेस्ट के बाद अभ्यर्थी को इंटरव्यू में शामिल होना होगा। इसकी मॉनिटरिंग के लिए बनाई गई कमेटी में पर्यावरण अभियंता राजीव राठी, सहायक नगर आयुक्त कृष्ण चंद्र, कर अधीक्षक लालमणि यादव, अपर नगर आयुक्त को शामिल किया गया है।

जींस-स्पो‌र्ट्स शूज में पहुंचे

कांट्रैक्ट पर सफाई कर्मचारी पद पर नियुक्ति पाने के लिए इलाहाबाद के साथ ही विभिन्न जिलों से नगर निगम में डेढ़ लाख से अधिक आवेदन पहुंचे थे। स्क्रूटनी के बाद एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया में शामिल करने के योग्य पाया गया है। कर्मचारी की भर्ती से पहले शासन स्तर से यह निर्धारित किया गया है कि उन्हीं लोगों को कर्मचारी बनाया जाए, जो सिस्टम के लिए खरे उतरते हों और बिना किसी रूकावट के कम से कम लगातार दो घंटे नाला सफाई का कार्य कर सकें। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। सफाई कार्य का निरीक्षण करने के बाद टीम के मेम्बर अभ्यर्थियों को नंबर दे रहे हैं, जो पर डे सील किया जा रहा है। इसे व्यवहारिक टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कम्प्यूटर में फीड किया जाएगा। इसके बाद फाइनल लिस्ट जारी की जाएगी। जींस, स्पो‌र्ट्स शू और जैकेट पहनकर सफाई के लिए नाले में उतर रहे अभ्यर्थियों को देखकर पब्लिक भी हैरान रह जाती है।

Face file

916

टोटल पद है

107465

अभ्यर्थियों ने किया है आवेदन

360

बीटेक डिग्री धारक हैं आवेदक

143

बीएड डिग्री धारी

265

डिप्लोमा होल्डर

916

कैंडिडेट हैं एमएससी

1600

एमए पास

8,350

बीएससी

11,811

हैं बीए डिग्री धारी

84000

हाईस्कूल या उससे नीचे

कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता है। बीए पास करने के बाद भी सफाई का कार्य करने में मुझे कोई दिक्कत नहीं हो रही है, और न ही आगे होगी।

बृजेश कुमार पाल

किसी के कहने पर मैं यहां टेस्ट देने नहीं आया हूं। सलेक्ट हुआ तो पूरी ईमानदारी के साथ काम करूंगा।

विजय कुमार भारतीया

नौकरी के लिए बहुत परेशान था। यहां-वहां भटक रहा था। संविदा सफाई कर्मचारी का मौका दिखाई दिया तो शामिल होने चला आया।

वीरेंद्र कुमार

मैने पूरी निष्ठा के साथ दो घंटे तक नाले में उतर कर सफाई की। न अपने कपड़ों का ध्यान रखा और न ही शरीर का। अब देखते हैं, क्या रिजल्ट आता है।

विजय कुमार गुप्ता

मेरे ड्रेस पर मत जाइए। मैने दो घंटे तक पूरा काम किया है। अधिकारियों के आदेश के मुताबिक जो जिम्मेदारी सौंपी गई, उसे पूरी जिम्मेदारी से किया।

अजय कुमार यादव

संविदा सफाई कर्मचारी के लिए जिन लोगों ने आवेदन किया है, उनमें हाईस्कूल इंटर के साथ ही बीटेक, बीए, बीएससी, एमएससी के साथ ही अन्य डिप्लोमा होल्डर भी शामिल हैं। संविदा कर्मचारी के लिए वही अभ्यर्थी सलेक्ट होंगे जो बेस्ट सफाई कर सकेंगे।

-पीके मिश्रा

मुख्य कर निर्धारण अधिकारी

प्रभारी अधिकारी, अधिष्ठान