-ट्रेनें निकालने को तीन घंटे लूपलाइन पर खड़ी रही महानंदा

-भूख-प्यास से व्याकुल यात्री हुए हिंसक

शिकोहाबाद। रेलवे स्टेशन पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब मंगलवार सुबह तीन घंटे लूपलाइन पर खड़ी महानंदा के यात्रियों का धैर्य टूट गया। पहले यात्रियों ने स्लीपर डाल कर अप और डाउन ट्रैक को रोक दिया। हाथ में लाल झंडा लेकर यात्री ट्रैक पर उतर गए। यात्रियों के हंगामे को देख दोनों तरफ ट्रेनें आउटर पर खड़ी कर दी। यात्रियों को ट्रैक से हटाने को आरपीएफ प्रभारी और पुलिसकर्मियों ने काफी प्रयास किया। इसी दौरान यात्री हिंसक हो गए और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। एक यात्री को पकड़ने पर यात्रियों ने आरपीएफ प्रभारी को घेर लिया और अभद्रता कर दी। जबकि एक पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी। घटना सुबह पौने सात बजे के करीब रुद्रपुर से दिल्ली जाने वाली महानंदा एक्सप्रेस को प्लेटफॉर्म संख्या चार पर खड़ा कर दिया। लगभग दो घंटे तक सुपरफास्ट ट्रेनें व राजधानी समेत ट्रेनों को पास कराया। जिस कारण ट्रेन में सवार यात्रियों का धैर्य जवाब दे गया। यात्री ट्रेन से नीचे उतर ट्रैक पर आ गए। पहले तो नारेबाजी की और गाड़ी रवाना करने के लिए मांग की। जब ट्रेन नहीं चली तो उन्होंने मुख्य लाइन अप और डाउन पर स्लीपरों को उठा कर रख ट्रैक पर रख दिया। जिससे दोनों ट्रैक पर ट्रेनों का आवागमन ठप हो गया। दोनों ट्रैक पर गाडि़यां आउटर पर खड़ी कर दी गई। लगभग एक घंटे ट्रैक जाम रहने गाडि़यां जहां की तहां खड़ी कर दी गई। आरपीएफ प्रभारी शिवचंद्र सिंह यादव पुलिसकर्मियों के साथ यात्रियों को समझाने का प्रयास करने लगे लेकिन यात्री हाथ में लाल रंग का झंडा लेकर ट्रैक पर नारेबाजी करते रहे। यात्रियों ने दोनों ट्रैक पर स्लीपर रख कर ट्रैक बाधित कर दिया था। फोर्स न होने पर पुलिस यात्रियों के बीच में जाने को भी डर रही थी। काफी प्रयास के बाद भी जब यात्री नहीं माने तो उन्होंने अप लाइन वाली ट्रेन को धीमे-धीमे आगे बढ़ाने का प्रयास किया। इससे यात्री और आक्रोशित हो गए। इसी दौरान यात्रियों ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव होते ही प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई। इस दौरान यात्रियों ने एक पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी। जिससे पुलिसकर्मी जान बचाकर भागा। इसी दौरान ट्रेन ने सीटी बजा दी जिसके बाद यात्री दौड़ कर ट्रेन में बैठ गए और गंतव्य के लिए रवाना हो गए। ट्रेन के रवाना होने से मामला शांत हो गया।