--जांच रिपोर्ट के बाद लोकायुक्त ने डीजीपी व आयकर आयुक्त को दिया नियमानुसार कार्रवाई का आदेश

रांची : डीटीओ में पदस्थापित होमगार्ड अनवर खान प्रारंभिक जांच में करोड़पति निकला है। आय से अधिक संपत्ति के इस मामले में लोकायुक्त ने डीजीपी को उक्त गृह रक्षक के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई करने का आदेश दिया है। जमशेदपुर के प्रधान आयकर आयुक्त को आयकर अधिनियम के तहत नियमानुसार कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।

पहले जमशेदपुर में थी पोस्टिंग

अनवर खान पूर्व में जिला परिवहन कार्यालय जमशेदपुर में पदस्थापित था। बाद में उसका पदस्थापन जिला परिवहन कार्यालय सरायकेला-खरसांवा में कर दिया गया था। गृहरक्षक पर दोनों ही जगहों पर पदस्थापन के दौरान भ्रष्टाचार व आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने संबंधी आरोप था। इस आरोप की जांच जमशेदपुर के धालभूम के अनुमंडल पदाधिकारी से कराई गई थी। जांच धालभूम के कार्यपालक दंडाधिकारी यस्मिता सिंह ने की। उन्होंने जांच में पाया कि अनवर खान के पास 13 वाहनों में से पांच वाहन उनके बेटे आशिक उल्लाह खान व एक वाहन अनवरी की पत्नी के नाम पर निबंधित है। अन्य छह वाहनों में एलपी ट्रक व टिप्पर भारी वाहन हैं, जिनकी कीमत लाखों में है।

2015 में की गई थी शिकायत

वर्ष 2015 में लोकायुक्त कार्यालय में आरोपी गृहरक्षक के खिलाफ शिकायत की गई थी। शिकायत मानवाधिकार कार्यकर्ता फागु सोरेन व सामाजिक कार्यकर्ता डिमना रोड मानगो निवासी वीएस टोपनो व राम गोविंद महतो ने संयुक्त रूप से की थी। शिकायतकर्ताओं ने लोकायुक्त को आवेदन देकर बताया था कि जिला परिवहन कार्यालय में गृह रक्षक की आवश्यकता नहीं है। इसके बावजूद गृह रक्षक अनवर खान वहां पदस्थापित है। वह बड़ी गाडि़यों के लाखों के टैक्स को बचाकर मैनुअल टैक्स टोकन काटकर सरकारी राशि का घपला कर उसे चलवा रहा है। इसके एवज में वाहन मालिकों से उसने मोटी रकम ले रखी है।

जांच में इन गाडि़यों की जानकारी

अनवर खान के नाम से एक फ्रीडम मोटरसाइकिल, उनकी पत्नी शमशाद बेगम के नाम से एक म¨हद्रा एक्ययूवी, बेटा अशिकुला खान के नाम से एक स्कार्पियो, अनवर खान के नाम से एक टाटा सूमो, अनवर खान के नाम से हीरो होंडा, बुलेट मोटरसाइकिल, उनके बेटे के नाम से दो लाख रुपये मूल्य की एक केटीएम मोटरसाइकिल, 40 लाख रुपये मूल्य की एक टाटा की गाड़ी, बेटे के पास लाख रुपये का मोबाइल।