DEHRADUN: मरीजों को कम दाम पर अच्छी मेडिसिन उपलब्ध कराने के लिए खोले गए जन औषधि केंद्रों में जमकर घपलेबाजी हो रही है। दून के जन औषधि केन्द्रों में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इन केंद्रों में तय वेयरहाउसेज से मेडिसिन न मंगवाकर लोकल फार्मा कंपनियों से मेडिसिन खरीदी जा रही हैं। हालांकि ये मेडिसिन एमआरपी से कम कीमतों पर बेची जा रही हैं, लेकिन फिर भी इनकी कीमत बीपीपीआई की मेडिसिन से दोगुनी है।

 

क्या है बीपीपीआई

ब्यूरो ऑफ फार्मास्यूटिकल पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया वह संस्था है, जिसे देशभर के जन औषधि केन्द्रों के लिए दवाइयां सप्लाई करने की जिम्मेदारी दी गई है। यह सरकारी संस्था जन औषधि केन्द्रों में 78म् दवाइयां सप्लाई करने के लिए अधिकृत है और बाकायदा इन दवाओं के पैकेट्स पर बड़े अक्षरों में बीपीपीआई का लोगो और जन औषधि छपा होता है। जन औषधि केंद्रों में केवल बीपीपीआई की दवाएं ही बेची जानी चाहिए।

 

ये हैं हालात

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को कुछ मेडिसिन मिली हैं, जो जन औषधि केन्द्रों पर बीपीपीआई के बजाय प्राइवेट कंपनियों से खरीदकर बेची जा रही हैं। हालांकि ये मेडिसिन इन पर छपे एमआरपी से बहुत कम कीमत पर बेची जा रही हैं, लेकिन इसके बावजूद इनकी कीमत बीपीपीआई की मेडिसिन से ज्यादा है।

 

ऑलमीर्साटन मेडोक्सोमील

यह ब्लड प्रेशर की मेडिसिन है। बीपीपीआई से आने वाली इस मेडिसिन की क्0 टैबलेट्स की कीमत ख्7 रुपये है, लेकिन दून के एक जन औषधि केन्द्र पर इसके बदले सेलाकुई की एक कंपनी बायोकैम की क्0 टेबलेट्स भ्भ् रुपये में बेची जा रही है, हालांकि इस पर एमआरपी क्फ्क् रुपये छपी हुई है।

 

डिसोरियम हाईड्रोजन

इस मेडिसिन को आमतौर पर एल्कासोल कहा जाता है। यह यूरिन संबंधी बीमारियों में दी जाती है। बीपीपीआई की एल्कासोल की क्म्.70 रुपये है, लेकिन जन औषधि केन्द्र पर बायोकैम की यह दवा ख्भ् रुपये की बेची जा रही है और इस पर एमआरपी 7म् रुपये दर्ज है।

 

फेरोयस एस्कॉर्बेट एंड फोलिक एसिड

यह टैबलेट एनीमिया के मरीजों को दी जाती है। बीपीपीआई की इस मेडिसिन की क्0 टैबलेट क्8 रुपये की बेची जाती हैं। लेकिन, जन औषधि केन्द्रों में न्यूकाइंड हेल्थकेयर कंपनी की टैबलेट दी जा रही हैं, जिसकी क्0 टैबलेट की कीमत ब्0 रुपये वसूली जा रही है और इस पर एमआरपी क्भ्0 रुपये अंकित है।

 

गाबापेंटीन कैप्सूल

गाबापेंटीन कैप्सूल नसों की समस्या में मरीज को दी जाती है। बीपीपीआई के यह कैप्सूल ख्ख् रुपये में क्0 मिलते हैं, लेकिन जन औषधि केन्द्रों पर एल्डर कंपनी के ये कैप्सूल ब्भ् रुपये के क्0 दिए जा रहे हैं। इस पर एमआरपी क्क्8 रुपये अंकित है।

 

कीमत देख मरीज संतुष्ट

इन मेडिसिन पर छपी कीमत की तुलना में जनऔषधि केन्द्र पर बहुत कम कीमत लिये जाने से मरीज तो संतुष्ट हो जाते हैं, लेकिन जानकारों का कहना है कि इसके बावजूद इन मेडिसिन को बेचकर फार्मास्यूटिकल कंपनियां और सप्लायर अच्छा प्रॉफिट ले रहे हैं। ये मेडिसिन बीपीपीआई की मेडिसिन से करीब दो गुनी कीमत की हैं।

 

पीएम जन औषधि केन्द्र की दवाइयों के लिए देहरादून में राधिका ऐजेंसी को अधिकृत किया गया है। हम लोग इस एजेंसी को रिक्वायरमेंट भेजते हैं। एजेंसी के पास यदि बीपीपीआई की दवा नहीं होती तो दूसरी कंपनी की जेनरिक दवा दे देती है। ये भी जेनरिक दवाइयां ही हैं, फर्क सिर्फ इतना है कि इन पर एमआरपी ज्यादा लिखा हुआ है।

डॉ। एमएस अंसारी, सचिव, जिला रेडक्रॉस सोसायटी.