मंहगे शौक के लिए बने क्रिमिनल्स

बीते कुछ दिनों से चोरी और लूट की वारदातों में ज्यादातर यंगस्टर्स का रोल ही सामने

आया। पुलिस ने करीब दो दर्जन यंग क्रिमिनल्स को अलग-अलग वारदातों में अरेस्ट किया

था। इनमें कई तो क्लास 12वी से इंजीनियरिंग तक के स्टूडेंट थे। जिन्होंने चेनस्नेचिंग की ज्यादातर वारदातें थीं। इनमें से से अधिकांश केसेज में मौज मस्ती करने और लग्जरी लाइफ के लिए क्राइम की ओर रुख किया था। पुलिस ने कुछ ऐसे भी युवकों को अरेस्ट किया था जो जेल में बंद शातिर क्रि मिनल्स क   संगत में रहकर बाहर आकर इस दलदल में कू द गए।

पालिटिक्स के लिए किया क्राइम

ट्यूजडे दोपहर सीओ हरीपर्वत ने बजीरपुरा एरिया में मुखिकर की कंप्लेन पर छापेमारी कर पांच युवकों को अरेस्ट किया था। जिसमें एनएसयूआई का छात्र नेता भी शामिल था.जो जिला फर्रु खाबाद से पढ़ाई करने आया था। सपू्र हॉस्टल में रहकर बीए एलएलबी करने के बाद छात्र राजनीति करने लगा। लग्जरी गाड़ी का शौक, ब्रांडेड कपड़े और जल्दी पैसे कमाकर राजनीति में नाम कमाने के लिए अपराध का रास्ता अपनाया।

एसएसपी ने दिए हैं निर्देश

कई यंगस्टर्स टेक्नॉलॉजी के निगेटिव पहलू को एडॉप्ट कर क्राइम करते हैं। यही नहीं

कई बार स्कूल्स के बाहर मादक पदार्थों का सेवन करने के बाद भी क्राइम में शामिल हो

जाते हैं। एक बार क्राइम करने के बाद इनके फ्यूचर पर सवालिया निशान लग जाता है। डीजीपी ने यूपी के सभी डिस्ट्रिक में आदेश दिए थे। एसएसपी शलभ माथुर ने ऐसे यंगस्टर्स का रिकॉर्ड तैयार करने का निर्देश दिया है। थाना पुलिस को बीट वाइज फस्र्ट टाइम क्राइम करने वालों की लिस्ट तैयार की जाएगी। लिस्ट में उनका नाम, एड्रेस, क्राइम का पैटर्न व ऐज भी लिखी जाएगी। यह रिकॉर्ड एक रजिस्टर में मेनटेन किया जाएगा।

थाना लेवल पर होगी मीटिंग

लिस्ट तैयार होने के बाद सभी की थाना वाइज काउंसलिंग कराई जाएगी। इस काम के लिए सिटी में कॉलोनी, मोहल्ला वाइज व रूरल एरिया में गांव वाइज मीटिंग आर्गनाइज होगी। सोसायटी के हेड, मोहल्लों के संभ्रांत लोग, ग्राम प्रधान व अन्य लोगों की भी हेल्प ली जाएगी। मीटिंग में पैरेंटस को भी शामिल किया जाएगा। इस दौरान पुलिस के एक्सपट्र्स के साथ-साथ काउंसलर भी मौजूद रहेंगे। जरूरत पडऩे पर साइकोलॉजिस्ट व सोशियोलॉजिस्ट की भी मदद ली जाएगी।

पुलिस भी रखेगी नजर

काउंसलिंग के बाद भी ऐसे क्रिमिनल्स की मॉनीटरिंग करायी जाएगी। काउंसलिंग कराए गए यंग क्रिमिनल्स पर बीट कांस्टेबल भी नजर रखेगा कि वह दोबारा क्राइम की ओर कदम तो नहीं बढ़ा रहा है। पैरेंटस, एरिया के संभ्रांत लोगों को मीटिंग में समझाया जाएगा कि वो लोग इन पर नजर रखें कि वे दोबारा क्राइम में इनवाल्व तो नहीं हो रहे हैं। एसओ यह भी नजर रखेंगे कि किसी स्कूल या कॉलेज के आसपास मादक पदार्थों की किस तरह से बिक्री हो रही है और बच्चे कितना इसका यूज कर रहे हैं। मंथली एसएसपी द्वारा इसकी मानीटरिंग की जाएगी। इसके बावजूद भी अगर नहीं सुधरे तो उनकी हिस्ट्रीशीट भी खोल दी जाएगी।

रैकेट में शामिल स्टूडेंट

नरेश प्रताप-एमसीए

नेकराम-बीएससी

अमितराज-बीए एलएलबी

बृजराज खेनवार-पीएचडी फिजिक्स

देवेन्द्र राजपूत-

नोट- ये सभी अपराधी पहली बार क्राइम में पकड़े गए हैं। पहली बार क्राइम करने वालों पर पुलिस की नजर रहेगी।

कॅरियर का देंगे हवाला

मीटिंग के दौरान काउंसलर ऐसे युवाओं को उनकी फैमिली और करियर का हवाला देकर समझाएंगे। इसके साथ ही उन्हें इस बात से आगाह किया जाएगा कि किसी मामले में दोबारा फंसने पर उनकी हिस्ट्रीशीट खुल जाती है और किसी भी घटना पर वह शक के घेरे में आ जाते हैं।

करोड़ों रुपए की संपत्ति

फर्जी मार्कशीट रैकेट में पकड़ा गया बृजराज सिंह खेनवार पुत्र मनमूर्ति खेनवार एत्मादपुर के एक प्राइवेट स्कूल में महज टीचर है.जिसकी सेलरी इतनी है कि कॉलेज तक आने-जाने में ही खर्च हो जाए। पिता दीवानी से स्टैनो के पद से रिटायर हैं। इसके बावजूद भी आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बृजराज के पास करीब तीन करोड़ रुपए की संपत्ति है। बृजराज ने पुलिस टीम को मामला रफा-दफा करने के लिए लाखों रुपए का ऑफ र दिया था।

शलभ माथुर, एसएसपी आगरा

यंगस्टर्स का क्राइम में इंवाल्वमेंट बढ़ता जा रहा है, फस्र्ट टाइम क्रिमिनल्स का डाटा तैयार किया जाएगा। सभी की मीटिंग कराकर काउंसलिंग की जाएगी, जिससे वो दोबारा क्राइम में ना शामिल हों.