-आशापुर चौराहे से गाजीपुर के लिए एक साथ संचालित हो रही हैं प्राइवेट व रोडवेज की बसेज

-रोडवेज यात्रियों की छिन गई मूलभूत सुविधाएं

-जगह कम और बसेज अधिक होने से आए दिन लग रहा है जाम

VARANASI

अब इसे जिला प्रशासन की लाचारी कहें या फिर यूं कह लें कि उनके पास ठोस मास्टर प्लान ही नहीं है। तभी तो शहर में एक जगह के जाम को दूसरे स्थान पर ट्रांसफर कर दे रहे हैं। वैसे तो शहर के हर एरिया में जाम लग रहा है लेकिन पुलिस प्रशासन को कैंट रोडवेज बस स्टेशन के पास ही अधिकतर जाम दिखाई पड़ता है। ट्रैफिक जाम व चौकाघाट फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण कार्य को देखते हुए जिला प्रशासन ने ख्ख् जनवरी से गाजीपुर रूट की सभी बसों को शहर में एंट्री पर बैन लगा दिया है। पहले तो यह नियम प्राइवेट बसों के लिए ही था क्योंकि चौकाघाट ही उनका अड्डा था। लेकिन प्राइवेट बस मालिकों के दबाव में जिला प्रशासन ने रोडवेज की बसों को भी आशापुर भेज दिया। रोडवेज की 80 बसें और प्राइवेट की क्80 बसों के आवागमन से आशापुर चौराहे पर डेली जाम लग रहा है जिसमें फंसकर पब्लिक को परेशान होना पड़ रहा है।

महिला यात्रियों की बढ़ी परेशानी

रोडवेज विभाग की नियमावली कहती है कि जहां यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं मिले वहीं बस स्टैंड या बस डिपो होना चाहिए। खास करके पैसेंजर्स के लिए वॉशरूम-टॉयलेट व टीनशेड, पेयजल, चेयर की सुविधाएं तो होनी ही चाहिए। लेकिन यहां तो खुला आसमान है। सिक्योरिटी का भी कोई इंतजाम नहीं। जिला प्रशासन के इस डिसीजन से रोडवेज अधिकारियों के साथ-साथ रोडवेज बस के यात्रियों को भी काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। खास करके लेडी पैसेंजर्स को बहुत ही दिक्कतें हो रही हैं।

रोडवेज को डेली हजारों का घाटा

जब रोडवेज की सुविधाएं नहीं मिलनी हैं तो फिर रोडवेज बसों से सफर कोई क्यों करे? रोडवेज की अपेक्षा प्राइवेट बसों का किराया भी दो से पांच रुपये कम कर दिया गया है। शायद यही वजह है कि लोग प्राइवेट बसों की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। ख्ख् जनवरी से अब तक रोडवेज को भ्0 से म्0 हजार रुपये आय में घाटा हुआ है।

क्या कहते हैं रोडवेज के रूल्स

-सुप्रीमकोर्ट का सख्त आदेश है कि रोडवेज बस स्टेशन के एक किमी के दायरे में प्राइवेट बसों का संचालन नहीं होना चाहिए।

-रोडवेज बस स्टेशन या स्टैंड पर मूलभूत सुविधाएं जरूर होनी चाहिए, महिलाओं के लिए अलग से टॉयलेट-वाशरूम, सिक्योरिटी

-छांव के साथ ही बेंच-कुर्सी सहित पेयजल बूथ जरूर होने चाहिए

-प्राइवेट बस अड्डे से रोडवेज बसों का संचालन नहीं होना चाहिए

प्राइवेट बसों के साथ रोडवेज बसों का संचालन बिल्कुल गलत है। गाजीपुर, गोरखपुर रूट के रोडवेज बस के यात्रियों को बहुत परेशानियां हो रही हैं। रोजाना उनके शिकायत पत्र आ रहे हैं। इस डिसीजन से रोडवेज के इनकम पर भी असर पड़ा है।

पी.बल्लभ मिश्रा, एआरएम रूरल

रोडवेज बस स्टेशन, कैंट