फील्डिंग कोच की कोई जरूरत नहीं
जी हां ईरापल्ली प्रसन्ना टीम इंडिया के पूर्व स्पिन गेंदबाज हैं। हाल ही में पाकिस्तान के हाथों भारत को मिली हार से वह काफी नाराज है। इसके अलावा इधर काफी समय से टीम इंडिया में कोच को लेकर उठापटक मची थी। कोहली को अनिल कुंबले की कोचिंग शैली पर आपत्ति थी। जिससे 20 जून को अनिल कुंबले ने इस्तीफा भी दे दिया। ऐसे में जब उनसे टीम इंडिया कोच और कप्तान के बीच चल रहे मतभेदों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने विराट कोहली को ही सीधे निशाने पर ले लिया। उनका कहना है कि अगर वर्तमान के कप्तान यह मानते हैं कि वह भारतीय क्रिकेट के बॉस हैं तो टीम एक कोच के बिना रह सकती है। फिर उन्हें फील्डिंग कोच की कोई जरूरत नहीं है।
अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन कप्तान नहीं
संजय बांगर और आर श्रीधर जैसे खिलाड़ियों की भी उन्हें जरूरत नहीं है। इसका कारण साफ है कि जब अनिल कुंबले जैसे बड़े खिलाड़ियों के साथ ऐसा हो रहा है तो संजय बांगर और आर श्रीधर को वह क्या समझेंगे। कुंबले जितना अनुभव तो इनमें नहीं है।विराट कोहली के रवैये को देखते हुए तो ऐसा लगता है कि अब बस टीम इंडिया को केवल एक शारीरिक प्रशिक्षक की ही जरूरत रह गई है। जो खिलाड़ियों को बस शरीरिक प्रशिक्षण देकर उन्हें फिट बनाए। इतना ही नहीं उन्होंने कोहली को लेकर यह भी कहा कि कोहली एक अच्छे खिलाड़ी तो लेकिन एक अच्छे कप्तान की भूमिका में वह खरे नहीं साबित हुए।
Cricket News inextlive from Cricket News Desk
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