- सर्विलांस सेल ने बरामद किए लोगों के गुम हुए 60 मोबाइल

- किसी के बेटे तो किसी की समधन ने किया था गिफ्ट, 25 लोगों को तत्काल लौटाए गए सेट

हैलो समधन जी आपने जो मोबाइल गिफ्ट किया था वो दोबारा मिल गया। बेहद खुशी में क्राइम ब्रांच में तैनात फॉलोअर कृष्णानंद सिंह ने यह खबर पुलिस लाइन सभागार से अपनी समधन को दिया। दरअसल कृष्णानंद की समधन ने उन्हें एक स्मार्ट मोबाइल गिफ्ट किया था। लेकिन बदकिस्मती से वह चोरी हो गया। पर गुरुवार को जब पुलिस ने चोरी हुए एक साथ 60 मोबाइल को बरामद किया तो उसमें कृष्णानंद का भी मोबाइल मिल गया। कृष्णानंद की ही तरह कई लोगों के चेहरे अपने खोये हुए मोबाइल पाकर खिल गये। स्मार्ट फोन आजकल लोगों की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन चुका है। सेट के गुम होने से एक साथ कई झटके लगते हैं। पहला झटका आर्थिक, दूसरा अपने जरूरी डेटा, फोटो, नंबर आदि का, तीसरा झटका भावनात्मक होता है क्योंकि इंसान अपनी हर चीज से कोई न कोई याद जोड़कर रखता है। पाकर

एक साल से गायब सेट्स की कराई तलाश

मीडिया से मुखातिब एसएसपी आरके भारद्वाज ने बताया कि सर्विलांस सेल ने पिछले एक साल में गुम हुए मोबाइल फोन का ब्योरा जुटाया। एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद की देखरेख में 15 दिन पहले इन फोन्स की तलाश का अभियान शुरू किया गया। 15 दिन में ही 60 मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए। एसएसपी ने प्रेसवार्ता के दौरान ही 25 लोगों को बुलाकर उनके मोबाइल लौटाए। बरामद स्मार्ट फोन्स 8 से 40 हजार रुपये तक के थे। खास यह कि फोन पाने वाला हर शख्स इससे अपना भावनात्मक जुड़ाव भी बयान कर जा रहा था। दिलीप सिंह ने बताया कि उनके बेटे ने अपनी पहली तनख्वाह से उन्हें सेट गिफ्ट किया था। आरती को उसके भैया ने अपनी शादी पर मोबाइल दिया था।

सिपाही और एक्सईएन बने शिकार

मोबाइल गुम होने की घटना का शिकार आम लोग ही नहीं बल्कि सिपाही, वकील और इंजीनियर भी बने। बिजली विभाग के एक्सईएन मनिका प्रसाद का मोबाइल उनके ऑफिस में छूटा तो पीएसी के सिपाही राणा प्रताप सिंह का मोबाइल अस्पताल से गायब हो गया। एडवोकेट बृजेश सिंह और सुनील मिश्रा के मोबाइल भी कचहरी में कहीं छूट गए। गुरुवार को सभी अपने खोए मोबाइल पाकर गदगद थे।