-एक लाख रुपए के सामानों पर किया हाथ साफ

-नागपुर स्टेशन के बाद घटना को दिया गया अंजाम

-पीडि़त युवकों का एमजीएम हॉस्पिटल में चल रहा है ट्रीटमेंट

JAMSHEDPUR : ट्रेन में नशाखुरानी गिरोह का आतंक इस कदर है कि पैसेंजर्स की सेफ्टी पर सवालिया निशान लग रहा है। नशा खिलाकर लूटने वाले गिरोह के मेंबर्स ने मुंबई-हावड़ा गीतांजलि एक्सप्रेस में नशा खिलाकर लूट की घटना को अंजाम दिया। ट्रेन के टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंचने पर सभी युवकों को ट्रीटमेंट के लिए एमजीएम हॉस्पिटल लाया गया, जहां उनका ट्रीटमेंट शुरू किया गया। इनमें से कुछ की हालत गंभीर थी। शक है कि बर्थ नंबर म्ब् पर बैठे दो युवकों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है।

हावड़ा जा रहे थे सभी

जानकारी के मुताबिक मुंबई से हावड़ा तक जाने वाली गीतांजलि एक्सप्रेस ट्रेन में कुछ युवक सवार हुए। इनमें सभी को हावड़ा जाना था। सभी ट्रेन की एस-7 बोगी में थे। इस बीच उसी बोगी में सोनारी कागलनगर निवासी सोमक मुखर्जी भी सवार हुए। इनमें से सोमक मुखर्जी की हालत कुछ बेहतर थी, जिन्होंने पुलिस को घटना की पूरी जानकारी दी।

बर्थ नंबर म्ब् पर बैठे युवकों पर शक

इस बीच एस-7 बोगी की बर्थ नंबर म्ब् पर दो युवक आए। दोनों खुद को भाई बता रहे थे। वहां सभी यूथ ही थे, इस कारण सभी में आपस में बातचीत शुरू हो गई और खाने का सामान भी एक्सचेंज करने लगे.सोमक के मुताबिक खुद को भाई बताने वाले दोनों युवक बोगी में मौजूद दूसरे युवकों के साथ काफी घुल मिल गए थे।

युवकों ने पी शराब

ट्रेन में युवक शराब भी पी रहे थे। ट्रेन नागपुर स्टेशन में करीब ख्0 मिनट रूकी। युवक बाहर से जाकर फिर से शराब खरीद कर लाए और पीना शुरू किया। इस बीच दूसरे युवकों ने उनसे पानी की बोतल लेकर पानी भी पी। इसके बाद सभी सो गए, तब तक ट्रेन नागपुर से चल चुकी थी।

स्टेशन पर रेल पुलिस ने युवकों को उतारा

इसके बाद क्या हुआ, किसी को कुछ नहीं पता। दोनों युवक बीच रास्ते में ही किसी स्टेशन पर उतर गए। ट्रेन जब टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंचने वाली थी तो जीआरपी को सूचना मिली कि बोगी नंबर एस-7 में ब् युवक नशाखुरानी गिरोह का शिकार हो गए हैं। ट्रेन के स्टेशन पहुंचने पर रेल पुलिस जब बोगी में पहुंची तो पाया कि ब् नहीं 9 युवक बेहोशी की हालत में हैं।

चल रहा है ट्रीटमेंट

इसके बाद रेल पुलिस सभी युवकों को लेकर रेलवे हॉस्पिटल पहुंची। वहां से उन्हें एमजीएम हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। इनमें से माधव और मोहन की हालत काफी खराब थी और वे बेहोशी की आलम में थे। इसके अलावा हावड़ा निवासी मोहन, मृत्युंजय मल्लिक, पीयूष, तापस और हामिद मिंज भी नशे के शिकार हो गए थे। सभी हावड़ा के रहने वाले हैं।

सामानों पर किया हाथ साफ

शिकार हुए युवकों के पास से लगभग एक लाख रुपए के सामान व कैश की लूट कर ली गई है। इनमें से केवल हामिद मिंज के पास से ही कैश फ्0 हजार रुपए ले लिए गए। इसके अलावा शिकार हुए अन्य युवकों के पास से कैश के अलावा मोबाइल व अन्य सामान लेकर नशाखुरानी गिरोह के लोग भाग निकले।

हर महीने औसतन पांच घटनाएं

टाटानगर रेलवे स्टेशन पर दूसरी घटनाओं को छोड़ हर महीने औसतन पांच विविध घटनाएं होती हैं। इनमें नशाखुरानी के भी मामले शामिल हैं। टाटानगर रेलवे स्टेशन पर एंटी ड्रगिंग एंड प्वाइजनिंग टीम का भी गठन किया गया है। इनकी जिम्मेवारी है कि वे इस तरह घटनाओं पर नजर रखें और इसके रोकथाम की दिशा में काम करें।