- हसनगंज के शिवनगर खदरा में हत्या से सनसनी

- पत्नी गई थी शादी समारोह में, घर पर अकेला था युवक

LUCKNOW : हसनगंज एरिया में अज्ञात हमलावरों ने एक युवक की उसी के घर में ईट से कूचकर हत्या कर दी और मकान में ताला बंद कर फरार हो गए। मोबाइल फोन रिसीव न होने पर उसकी पत्नी ने ऑफिस कॉल कर फोन रिसीव और ताला न खुलने की जानकारी दी। जिसके बाद घर पहुंचे सहकर्मी ने मकान का ताला खोला तो घटना का पता चला। उसने पुलिस को घटना की सूचना दी। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।

पत्नी शादी समारोह मे गई थी

मूलत पारा के बुद्धेश्वर कॉलोनी निवासी जितेंद्र यादव (30) हसनगंज के खदरा स्थित शिवनगर में आरपी वर्मा के मकान में पत्नी सविता और बेटी शगुन (4) के साथ रहता था। जितेंद्र लाटूश रोड स्थित वसुंधरा इंटरप्राइजेज में काम करता था। इसके साथ ही वह घर के पिछले हिस्से में ऑफिस बनाकर उसके जरिए अंडरगारमेंट का व्यवसाय करता था। सोमवार को जितेंद्र के निगोहां मे रहने वाले ममेरे भाई अजय यादव की शादी थी। जिसमें शामिल होने के लिये उसने पत्‍‌नी सविता व बेटी को तीन दिन पहले वहां भेज दिया था। उसे भी शादी में शामिल होने के लिये जाना था लेकिन, वह नहीं पहुंचा। अजय के मुताबिक, उसने सोमवार शाम को कॉल किया तो उसने जरूरी काम की वजह से आ पाने मे असमथर्1ता जताई।

ऑफिस कॉल कर दी सूचना

जितेंद्र ने अजय से मंगलवार को आने का वायदा किया। जब दोपहर तक जब जितेंद्र निगोहां नहीं पहुंचा तो पत्‍‌नी सविता ने उसे कॉल किया। कई बार कॉल करने के बावजूद जितेंद्र ने कॉल रिसीव नहीं की। शक होने पर उसने उसके ऑफिस कॉल की। जहां पता चला जितेंद्र तो ऑफिस आया ही नहीं। इस पर सविता ने जितेंद्र के साथ काम करने वाले जमील से पूरी बात बताई और उसे घर पर तलाशने के लिये भेजा। जमील फौरन उसके घर पहुंचा। लेकिन, वहां दरवाजे पर बाहर से ताला बंद था।

नजारा देख उड़े होश

जमील ने बताया कि जितेंद्र ने घर के पिछले हिस्से में स्टोर बना रखा था और इमरजेंसी के लिये एक चाभी ऑफिस में छोड़ रखी थी। जमील वापस ऑफिस पहुंचा और चाभी लेकर फिर से जितेंद्र के घर लौट आया। पिछले हिस्से में लगे ताले को खोलकर जमील भीतर दाखिल हुआ। जहां उसने देखा कि कमरे में पड़े बेड पर कोई शख्स लेटा हुआ है और उसके ऊपर रजाई पड़ी है। जमीन ने रजाई हटाई तो भीतर का नजारा देख उसकी चीख निकल गई। रजाई के नीचे जितेंद्र लहूलुहान हालत में पड़ा हुआ था। उसका चेहरा ईट से बुरी तरह कूचा हुआ था। शरीर में भी कई जगह चोट के निशान मौजूद थे। वहीं, थोड़ी दूर पर खून से सनी ईट पड़ी हुई थी। जमील ने फौरन घटना की सूचना पुलिस को दी। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। पुलिस के मुताबिक, मृतक अपने पास दो मोबाइल फोन रखता था लेकिन, घटनास्थल से दोनों फोन ही गायब मिले।

करीबी ने उतारा मौत के घाट!

इंस्पेक्टर हसनगंज के मुताबिक, घर का दरवाजा बाहर से बंद था। घर में ना तो जबरन घुसने के कोई साक्ष्य मिले और ना ही हमलावरों ने हत्या के बाद कोई लूटपाट ही की। घर के भीतर दाखिल होने के लिये एक मेन गेट ही है। जबकि, पिछले हिस्से में स्टोर होने की वजह से उस पर हमेशा ताला बंद रहता है। जांच में जुटी पुलिस टीम की मानें तो हमलावर जितेंद्र की मर्जी से घर के भीतर दाखिल हुए। जाहिर है वे उसके परिचित रहे होंगे। इतना ही नहीं उन्हें इस बात का भी पता था कि सोमवार रात जितेंद्र घर में अकेला था और हत्या की वारदात को बेफिक्री से अंजाम दिया जा सकता है।

किसे घर ले गया था जितेंद्र?

अजय को जितेंद्र ने फोन पर बताया था कि सुल्तानपुर से कुछ परिचित आ गए हैं, जिनकी वजह से वह शादी समारोह में शामिल होने के लिये नहीं आ सका। उसने इसी दौरान बताया कि वह इन परिचितों को लेकर घर जा रहा है और वह निगोहां मंगलवार को आएगा। अब पुलिस जांच कर रही है कि सुल्तानपुर से जितेंद्र से मिलने के लिये कौन आया था। साथ ही उन लोगों का जितेंद्र की हत्या से क्या संबंध है। जांच में जुटी पुलिस टीम मृतक के लापता हो चुके मोबाइल फोन की सीडीआर निकलवा रही है। उम्मीद की जा रही है कि सीडीआर से हत्याकांड के कुछ सुराग हासिल हो सकते हैं।