-कैंट स्टेशन पर डीआरआई की टीम ने पांच करोड़ की हेरोइन के साथ तस्कर को किया गिरफ्तार

-पश्चिम बंगाल से बनारस लायी गयी हेरोइन की पूर्वाचल में की जानी थी सप्लाई

-इस खुलासे के बाद अब बनारस में नशे के सौदागरों पर नकेल कसने की तैयारी

VARANASI

बनारस को सेंटर बनाकर पूर्वाचल के हर शहर में नशे को पहुंचाने वाले एक गैंग के तस्कर को डीआरआई (डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) की टीम ने शनिवार को धर दबोचा। उसके पास से बरामद दो किलो हेरोइन की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में पांच करोड़ रुपये बतायी जा रही है। पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद से लायी गई हेरोइन की इस खेप के साथ तस्कर को टीम ने कैंट स्टेशन से अरेस्ट किया। उसके बैग से हेरोइन के अलावा दो लीटर एसिटिक एनहाइड्राइड भी बरामद हुआ है। टीम उससे गैंग के बारे में पूछताछ कर रही है।

नीचे हेरोइन, ऊपर से सिलाई

पकड़ी गयी हेरोइन को बनारस लाने के बाद इसकी सप्लाई पूर्वाचल के विभिन्न जिलों में की जानी थी। गिरफ्तार तस्कर हसीबुर्र रहमान ने पूछताछ में इसका खुलासा किया। डीआरआई को पश्चिम बंगाल से भारी मात्रा में हेरोइन बनारस आने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर टीम पिछले तीन दिनों से बंगाल से आने वाली ट्रेनों की छानबीन में जुटी थी। शनिवार को काला एयरबैग लेकर ट्रेन से उतरे एक युवक को देख टीम को संदेह हुआ। शंका गहराने पर टीम ने उसे दबोच लिया। उसके बैग की तलाशी ली गयी तो उसमें से दो किलो हेरोइन मिली। हेरोइन को बैग के निचले हिस्से में रखकर उसके ऊपर से सिलाई की गयी थी।

कमीशन होता था तय

पूछताछ में हसीबुर्र रहमान ने पहले खुद को आजमगढ़ का रहने वाला बताया। पूछताछ में सामने आया कि वह हुसैनाबाद लोलगोला (मुर्शिदाबाद) का रहने वाला है। उसने बताया कि वह इस धंधे में डेढ़ साल से लगा हुआ था। इस दौरान वह कई बार बनारस आया। हेरोइन उसे कालियाचक के रहने वाले लालटू हसन ने दी थी। हर खेप की तस्करी पर उसका कमीशन तय होता है। इससे पूछताछ में मिली जानकारी के बाद अब बनारस में नशे का कारोबार कर रहे लोगों पर नकेल कसने की तैयारी की जा रही है।