-पार्षद की हत्या करने आये पकड़े गए शातिरों में से एक गुड्डू मामा की पुलिस कर रही थी तलाश

-राजनीति में किस्मत आजमाने के लिए पार्षद की हत्या की रची थी साजिश

मिंट हाउस में सपा नेता की हत्या करने पहुंचे जिन दो बदमाशों को पुलिस ने पकड़ा है उनमें से एक बदमाश बेहद शातिर और रईस बनारसी गैंग का शार्प शूटर राजकुमार बिंद उर्फ मामा है। ये वहीं मामा है जिसने कानपुर में चर्चित शानू ओलंगा मर्डर को अंजाम दिया था। गिरफ्तारी से पूर्व पूर्वाचल समेत प्रदेश के अन्य जिलों की पुलिस के लिए सिरदर्द बना मामा जरायम की दुनिया से राजनीति में किस्मत आजमाना चाहता था। इस वजह से उसने अपना रास्ता साफ करने के लिए पार्षद की हत्या की साजिश रची थी।

परिसीमन ने बिगाड़ दिया खेल

दरअसल मामा ने राजाबाजार से पार्षद का चुनाव लड़ने की तैयारी थी लेकिन बदले परिसीमन के चलते नदेसर वार्ड पर उसकी नजर थी लेकिन उसे अपनी जीत के लिए राह में सबसे बड़ा रोड़ा नजर आ रहे थे विजय जायसवाल। पुरानी रंजिश पहले से ही थी। पार्षद ने मंगलवार को कैंट थाने में राजकुमार बिंद व आबिद के खिलाफ हत्या समेत अन्य संगीन धाराओं में केस दर्ज कराया है।

कई मामलों में था शामिल

-मामा पूर्वाचल के नामी मुन्ना बजरंगी गैंग से ताल्लुकात रखता था।

- मामा शातिर अपराधी दीपक अग्रहरि का राइट हैंड हुआ करता था। -एनकाउंटर के वक्त मामा दीपक के साथ मौजूद था

- रईस बनारसी के साथ मामा वारदात करता था

- कानपुर में शानू ओलंगा मर्डर में मामा शामिल था

- मुगलसराय में डबल मर्डर, बनारस के आदमपुर में साड़ी कारोबारी की हत्या कर 12 लाख की लूट मामा ने की थी

-मंडुवाडीह थाने में हत्या व सिगरा में दो लूट समेत दर्जनभर से ज्यादा मामलों में पुलिस इसकी तलाश कर रही थी।

- एसटीएफ और शेहला मसूद हत्याकांड में सीबीआई इसकी तलाश कर रही थी

- 2014 में कोतवाली थाना क्षेत्र में मोहन जायसवाल की हत्या में मामा का नाम आया था

- 2011 में जैतपुरा के मौलवी की हत्या का आरोप है