-सिपाहियों का पाला देसी कुत्ता चेतगंज थाने का है अघोषित पहरेदार

-हवालात से भागे मुल्जिम को 500 मीटर तक पीछा कर लिया था घेर

>VARANASI

शहर का एक थाना ऐसा भी है जो 24 घंटे 'डॉग सर्विलांस' में रहता है। चौंक गए, ये है चेतगंज थाना जहां सिपाहियों का पाला हुआ एक कुत्ता न सिर्फ यहां रहता है बल्कि थाने और हवालात की पूरी निगरानी करता है। वर्दी पहने पुलिसकर्मियों और फरियादियों को यह कभी परेशान नहीं करता है मगर किसी मुल्जिम ने अगर भागने की कोशिश की तो उसकी खैर नहीं। चेतगंज थाने और आसपास के इलाकों में इसे 'कल्लू' के नाम से पुकारा जाता है।

हवालात की हाई सिक्योरिटी

थाना परिसर में ही रहने वाला कल्लू हवालात और थाने के कार्यालय पर पूरी नजर रखता है। चेतगंज इंस्पेक्टर राजीव रंजन उपाध्याय बताते हैं कि लगभग तीन महीने पहले दुराचार के मामले में पुलिस एक आरोपी को पकड़ लाई थी। लिखा-पढ़ी के लिए उसे कार्यालय में ले जाया गया था। इसी बीच उसने शौच का बहाना बनाया और सिपाही की आंख में धूल झोंककर भाग निकला। शोर हुआ तो कल्लू ने उसका पीछा कर लिया और सेल्स टैक्स दफ्तर के पीछे आरोपी को एक दीवार के कोने में घेर लिया। सिपाही जब दौड़े-दौड़े पहुंचे तो भागने वाला आरोपी उनसे यह मिन्नतें कर रहा था कि जल्द से उसे गिरफ्तार कर लें और कल्लू से बचाएं।

हर थानेदार का वफादार

चेतगंज थाने का यह वफादार किसी एक पुलिसकर्मी नहीं बल्कि यहां आने वाले हर थानेदार का वफादार रहता है। थाने से ही दिन में तीन बार इसके लिए दूध और ब्रेड का इंतजाम किया जाता है। पुराने सिपाही बताते हैं कि 7 या 8 साल पहले इसे कुछ सिपाही लाए थे। किसी वाहन के नीचे आने से यह मरणासन्न था, सिपाहियों ने दवा कराई और ठीक होने के बाद कल्लू थाने का ही होकर रह गया। हाल ही में स्थानीय कुत्तों से 'मुठभेड़' में घायल होने के बाद थाना प्रभारी ने महीने भर तक इसका इलाज कराया।

वर्जन-

सिपाही बताते हैं कि कल्लू कई साल से थाने पर ही है। पुराने सिपाहियों का दुलारा है इसलिए इसे कोई हटाता भी नहीं है। हां, थाने के प्रति इसकी वफादारी देखकर हमारा भी चौंक जाना स्वाभाविक है।

राजीव रंजन उपाध्याय

इंस्पेक्टर चेतगंजज