- गले में प्रेमिका की फोटो टांगकर लगा ली फांसी

- कैंटोन्मेंट एरिया में आम के पेड़ से लटका मिला युवक का शव

VARANASI : प्रेम में नाकाम युवक ने अपनी शादीशुदा प्रेमिका के घर के नजदीक जान दे दी। प्यार की हद यह रही कि मौत को गले लगाते वक्त भी वह अपनी प्रेमिका की तस्वीर को गले से लगाये रहा। कैंटोन्मेंट एयरफोर्स चौराहे के समीप बंगला नंबर 7क् के कैम्पस में शनिवार सुबह आम के पेड़ पर रस्सी के सहारे लटकाता युवक का शव देखकर एरिया में सनसनी फैल गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शिनाख्त के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

दूर से सफर कर आया था

एयरफोर्स चौराहे के पास बंगला नंबर 7क् की तरफ भोर में जब लोग वॉकिंग पर निकले तो उनकी नजर कैम्पस में मौजूद आम के पेड़ पर टिक गई। पेड़ पर नायलॉन की रस्सी के सहारे एक युवक का शव लटक रहा था। थोड़ी ही देर में वहां भीड़ लग गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जमीन से लगभग आठ फीट ऊंचाई पर लटक रहे शव को उतारा। पेड़ के समीप ही एक बैग पड़ा था। इसमें कपड़े आदि थे। कपड़ों की जांच करने पर मोबाइल और ट्रेन के दो टिकट मिले। एक टिकट मालदा से मुरादाबाद और दूसरा मुरादाबाद से बनारस का था। मोबाइल पर परिजनों से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने युवक की शिनाख्त की लेकिन बनारस आने से इनकार कर दिया। पुलिस के काफी मान-मनौव्वल के बाद वे बनारस आने को तैयार हुए।

गले में थी प्रेमिका की तस्वीर

मोबाइल के जरिए पुलिस की मृतक के परिजनों से हुई बातचीत से पता चला कि मृतक का नाम नरेश था। वह पश्चिम बंगाल के खानपुर में हिटार दीनाजपुर का रहने वाला था। पुलिस का कहना है कि नरेश ने फांसी लगाकर जान दी है। उसने एक महिला की कई तस्वीरें और बांग्ला में लिखा पत्र भी गले में टांग रखा था। स्थानीय लोगों ने तस्वीर देखकर पुलिस को बताया कि उक्त महिला बंगला नंबर 7क् में अपने पति और चार बच्चों के साथ रहती थी। वह शिवपुर में रहने वाले अपने पति के साथ मजदूरी करती है। पुलिस महिला के कमरे में पहुंची तब पता चला कि वह फरार हो गई है। पुलिस का मानना है कि महिला से नरेश का प्रेम संबंध था। मृतक के मोबाइल में उन दोनों की कई तस्वीरें और वीडियो क्लिप्स मिली हैं। महिला भी पश्चिम बंगाल की रहने वाली है। वह कुछ साल पहले ही पति के साथ यहां मजदूरी करने आई थी। आसपास के लोगों के मुताबिक शुक्रवार देर रात नरेश बंगले में आया था। महिला से बातचीत के दौरान उन दोनों के बीच विवाद भी हुआ था।