- शारदा और द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के श्री विद्या मठ स्थित आश्रम से पकड़ा गया एक संदिग्ध

- आश्रम के लोगों ने सौंपा पुलिस को

VARANASI : शारदा और द्वारिकापीठ के शंकराचार्य जगदगुरू स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की रेकी के आरोप में सोमवार देर रात एक युवक को केदारघाट स्थित श्री विद्या मठ से पकड़ा गया है। आश्रम के लोगों ने युवक को देर रात शंकराचार्य के कमरे के बाहर से पकड़ा और पूछताछ के बाद उसकी एक्टिविटी संदिग्ध होने पर भेलूपुर पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को हिरासत में लेने के साथ ही जांच शुरू कर दी है।

सोफे पर था लेटा

स्वामी स्वरूपानंद इन दिनों काशी प्रवास और एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए बनारस आये हुए हैं और श्री विद्या मठ में ही रुके हैं। शंकराचार्य के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का कहना है कि देर रात रोज की तरह सोने जाने से पहले वह मठ में सब चेक कर रहे थे। इस दौरान रात लगभग एक बजे एक युवक को मठ के सेकेंड फ्लोर पर शंकराचार्य के कमरे के बाहर लगे सोफे पर लेटा देखा। उसे वहां देखकर जब स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने उससे पूछताछ शुरू की तो मामला उलझता गया। उनके मुताबिक युवक ने खुद को पटना निवासी शैलेश उर्फ मोनू बताया और करपात्री धाम में रहने की बात कही। इस पर उन्होंने करपात्री धाम के लोगों को बुलाकर पूछताछ की तो उन लोगों ने उसे पहचानने से इंकार कर दिया। इसके बाद युवक लगातार अपनी पहचान और रहने की जगह बदलता गया और मठ में आने की वजह के बारे में पूछने पर चुप्पी साध ले रहा था। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि युवक की इन बातों से उस पर संशय हुआ और ऐसा लगा कि वह शंकराचार्य की रेकी करने के लिए मठ में आया था। इसलिए उनकी सुरक्षा और प्रोटोकाल को देखते हुए देर रात ही भेलूपुर पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पर आई पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। इस बाबत श्री विद्या मठ के मैनेजर राजकुमार की ओर से तहरीर दी गई है। तहरीर में संदिग्ध युवक की जांच कराने की बात कही गई है। जिसके बाद पुलिस ने युवक को मंगलवार को धारा क्भ्क् शांति भंग की आशंका के तहत एफआईआर दर्ज की है। इंस्पेक्टर भेलूपुर के मुताबिक जो भी आरोप हैं उनकी जांच की जा रही है।