एक्सक्लूसिव

- दादानगर पुल से झकरकटी पुल के बीच सक्रिय है लुटेरा गैंग, लगातार हो रही लूट की घटनाएं

- गैंग में ज्यादातर लड़के नाबालिग, कोच के गेट पर खड़े यात्रियों को करते हैं टारगेट

- झाडि़यों में छिपकर मारते हैं पत्थर, जीआरपी ने बिछाया गैंग को पकड़ने के लिए जाल

KANPUR। इन दिनों सेंट्रल स्टेशन के आउटर दिल्ली हावड़ा रूट का क्राइम जोन बन चुका है। जहां एक सप्ताह से लगातार यात्रियों संग लूट, चोरी व ट्रेनों में पथराव की कई घटनाएं हो रहीं हैं। बेखौफ लुटेरों का गैंग जीआरपी व आरपीएफ को मात दे आए दिन झकरकटी पुल से दादानगर पुल के बीच यात्रियों को अपना शिकार बना रहा है। जीआरपी सोर्सेज की मानें तो हाल ही में सक्रिय हुए इस गैंग में नाबालिग युवकों की संख्या अधिक है। गैंग नया होने के कारण वह जीआरपी व आरपीएफ की पकड़ से दूर है। जीआरपी ने गैंग दबोचने के लिए जाल बिछा दिया है।

नाबालिगों को लूट की ट्रेनिंग

जीआरपी अधिकारियों के मुताबिक एक सप्ताह में हुई घटनाओं की गंभीरता से जांच की गई है। जिसमें यह निकल कर आया है कि जो गैंग लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। उसमें अधिकतर सदस्य नाबालिगहैं। आशंका जताई जा रही है कि जीआरपी द्वारा दादानगर के शातिर लुटेरे सागर के गैंग की कमर तोड़ने के बाद उसी गैंग के बचे गुर्गे झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले नाबालिग युवकों को बरगला कर लूट की ट्रेनिंग दे रहे हैं।

आउटर पर हुई प्रमुख घटनाएं

- झकरकटी आउटर में प्रयागराज में पथराव, सफर कर रहे यात्री हुए थे घायल

- दूसरे दिन सियालदाह राजधानी में पथराव, एक यात्री हुआ था घायल

- दादानगर में दो छात्रों को चाकू मार मोबाइल व बैग लूटा

- जूही खलवा के पास महिला की चेन तोड़ी

- एक वर्ष पूर्व झकरकटी में यात्री को गोली मार कर लूटा गया था

- गोविंदपुरी आउटर में महिला का पर्स लूटा

पत्थर मार गैंग भी सक्रिय

कई ट्रेनों में पथराव होने की की घटनाओं से प्रतीत होता है कि आउटर में पत्थर मार गैंग भी सक्रिय है। जो कोच के गेट पर खड़े व बैठे यात्रियों को टारगेट करता है। गैंग के लड़के ट्रैक के किनारे खड़ी झांडि़यों में छिप पथराव करते है। कोच में बैठे यात्री के पत्थर लगते ही वह ट्रेन से नीचे गिरता है या फिर उसके हाथ में जो सामान है वह नीचे गिर जाता है। इस बीच ट्रेन में मौजूद उनके साथी अफरातफरी का फायदा उठाकर सामान चोरी कर लेते हैं।

दादानगर में अतिरिक्त पिकेट प्वाइंट

जीआरपी इंस्पेक्टर नंदजी यादव ने बताया कि एक सप्ताह में हुई विभिन्न घटनाओं को देखते दादा नगर पुल के पास जीआरपी की एक नई पिकेट प्वाइंट बनाई गई है। जहां चौबीस घंटे एक सिपाही तैनात होगा और गोविंदपुरी आउटर में तैनात जीआरपी सिपाही से वॉयरलेस के माध्यम से जुड़ा रहेगा।

कोट

गोविंदपुरी आउटर से दादानगर पुल तक लगातार कॉम्बिंग की जा रही है। ज्यादा दिनों तक यह गैंग आरपीएफ की चंगुल से बच नहीं पाएगा।

आनंद पांडेय, इंस्पेक्टर, आरपीएफ थाना