JAMSHEDPUR (18 Apr) : देहरादून से गिरफ्तार विक्रम शर्मा ने पुलिस की पूछताछ में कई राज खोले हैं। उसने खुलासा किया है कि साकची के काशीडीह निवासी व दागी अपराधी रवि चौरासिया का विक्रम शर्मा, अखिलेश सिंह, समेत अन्य पर जमशेदपुर कोर्ट कैंपस में ख्00म् में पेशी के दौरान मारपीट करने का आरोप था। इसी मामले में रवि चौरसिया ने विक्रम शर्मा, अखिलेश सिंह समेत अन्य अपराधियों पर प्राथमिकी दर्ज कराया था। मामले में समझौते को लेकर विक्रम शर्मा, अखिलेश सिंह, उमेश सिंह समेत अन्य अपना दबाव रवि चौरसिया बनाते थे। बात नहीं मानने पर रवि चौरसिया पर क्भ् मार्च ख्008 की रात फाय¨रग की घटना को अंजाम दिया गया था। इसमें रवि चौरासिया बाल-बाल बच गया था, जबकि उसके सहयोगी विजय सिंह को जांघ में गोली लगी थी। रवि चौरासिया ने फाय¨रग मामले में अखिलेश सिंह, विक्रम शर्मा, रवि समेत तीन अज्ञात के खिलाफ साकची थाना में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में विक्रम शर्मा, अखिलेश सिंह समेत अन्य फरार थे। इसी मामले का एक आरोपी सुधीर दुबे जेल में बंद है। जबकि देहरादून से विक्रम शर्मा को पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है।

सत्संगी है विक्रम शर्मा

गैंगस्टर अखिलेश सिंह को आगे कर अपना हित साधने वाले विक्रम शर्मा को जानने वाले बताते है कि वह सत्संगी है। हमेशा अखिलेश सिंह को भी वह अपने साथ सत्संग में ले जाता था। साकची जेल में जब अखिलेश सिंह और विक्रम शर्मा बंद थे। तब सत्संग का आयोजन भी किया गया था।

विक्रम शर्मा से की पूछताछ

विक्रम शर्मा से बिष्टुपुर थाना में सीआइडी और स्पेशल ब्रांच की टीम ने पूछताछ की। टीम अपनी रिपोर्ट सीआइडी एडीजी अजय कुमार सिंह को सौपेंगी। विक्रम शर्मा की गिरफ्तारी के बाद ही अखिलेश सिंह गिरोह से जुड़े शहर के अधिकांश सदस्य अंडरग्राउंड हो गए है।

बिष्टुपुर थाना में पूछताछ

अखिलेश सिंह और विक्रम शर्मा के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की सूची लेकर पुलिस अधिकारियों की टीम बिष्टुपुर थाना में विक्रम शर्मा से पूछताछ कर रही है। इनमें अधिकांश मामले ख् नवंबर ख्007 को श्रीलेदर्स के ओनर आशीष डे की हत्या, उसके आवास पर फाय¨रग के बाद ख्008 जनवरी से अक्टूबर ख्008 तक शहर को अशांत करने को कराई गई फाय¨रग और हत्या से संबंधित है। अखिलेश सिंह और विक्रम शर्मा के इशारे पर ब् अक्टूबर ख्008 को जयराम सिंह पर शूटरों से फाय¨रग कराई थी। चार दिन तक हॉस्पिटल में रहने के बाद जयराम सिंह की मौत हो गई थी। फाय¨रग करने वाले पूरे गिरोह को जिले के तत्कालीन एसपी नवीन कुमार सिंह के कार्यकाल में नवंबर ख्008 में दिल्ली, गाजीपुर, गाजियाबाद, बिहार के बक्सर समेत कई इलाके से क्भ् शूटरों को गिरफ्तार किया गया था। हथियार बरामद किए गए थे। जयराम सिंह हत्याकांड के अनुसंधान में विक्रम शर्मा का नाम सामने आया था। जेल में मारे गए परमजीत सिंह के भाई सत्येंद्र के बर्मामाइंस आवास पर भी गिरोह ने फाय¨रग की थी। विक्रम शर्मा के खिलाफ बर्मामाइंस थाना में मामला दर्ज है।

इसलिए कराई थी फायरिंग

अखिलेश सिंह और विक्रम शर्मा के इशारे पर शहर में ख्008 में नामी-गिरामी लोगों के आवास और कार्यालय पर जिले के तत्कालीन एसपी नवीन कुमार सिंह के कार्यकाल में फाय¨रग कराई गई थी, ताकि पुलिस के खिलाफ लोगों का आक्रोश उभरे और एसपी का तबादला हो जाय।